new delhi news दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने सोमवार को दिल्ली विधानसभा में 500 किलोवाट सौर ऊर्जा संयंत्र का शिलान्याय किया। इस मौके पर उपराज्यपाल ने कहा कि सरकार पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा संरक्षण को लेकर बेहद गंभीर है। इसकी पुष्टि विधानसभा परिसर में 500 किलोवाट सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने से हो रही है। उन्होंने दिल्ली में खाली पड़े स्थानों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने पर जोर दिया है।इस समारोह में दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता, उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, लोक निर्माण विभाग के मंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा, शिक्षा मंत्री आशीष सूद मौजूद रहे।
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि दिल्ली विधानसभा देश की पहली विधानसभा होगी जो सौर ऊर्जा से संचालित होगी। उन्होंने कहा कि विधानसभा लोकतंत्र का मंदिर है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर विधानसभा को पूरी तरह सौर ऊर्जा से रोशन करने की प्रतिबद्धता की उपराज्यपाल ने शुरूआत कर दी है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह पहल ‘पीएम सूर्य घर योजना’ से प्रेरित है और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक मील का पत्थर है। यह संयंत्र न केवल पर्यावरण-संवेदनशील और हरित ऊर्जा की दिशा में एक अनुकरणीय प्रयास है, बल्कि इससे हर महीने लाखों रुपये की आर्थिक बचत भी सुनिश्चित होगी।उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा का बिजली का बिल अब शून्य हो जाएगा। इससे दिल्ली विधानसभा एक साल में लगभग 1.75 करोड़ रुपये की बचत करेगी। इसकी पैसे उपयोग अन्य विकास की योजनाओं में लगाया जाएगा। इस मौक मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार हर दिन नई परियोजनाएं ला रही है। आज जिस तरह से हमने दिल्ली विधानसभा में 500 किलोवाट का सौर ऊर्जा संयंत्र लगाना शुरू किया है। हमारा लक्ष्य पूरी दिल्ली में सौर ऊर्जा का नया नेटवर्क शुरू करना है। हर रिहायशी इमारत या सरकारी इमारत में सौर संयंत्र होना चाहिए, ताकि दिल्लीवाले बिजली को लेकर आत्मनिर्भर हो जाए।
दिल्ली में हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल: सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है। आज दिल्ली में आठ हजार मेगावाट से ज्यादा बिजली की मांग है, लेकिन गर्मी बढ़ते ही यह नौ हजार मेगावाट तक पहुंच जाती है। आप अपनी बिजली खुद बना सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पीएम सूर्य घर सौर ऊर्जा योजना से प्रेरित है और दिल्ली में हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने प्रधानमंत्रीनरेंन्द्रमोदी के नेतृत्व में चल रही योजना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस योजना के तहत नागरिकों को सौर ऊर्जा अपनाने पर 78,000 रुपये तक की सब्सिडी मिलेगी।
हर महीने लाखों रुपये की ऊर्जा बचत सुनिश्चित होगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संयंत्र न केवल स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा का प्रतीक है, बल्कि इससे हर महीने लाखों रुपये की ऊर्जा बचत सुनिश्चित होगी। यह दिल्ली सरकार के स्वच्छ और आत्मनिर्भर राजधानी के संकल्प की दिशा में एक ठोस कदम है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार केंद्र सरकार की इस दूरदर्शी योजना के तहत सभी सरकारी भवनों और आवासीय परिसरों में सौर पैनलों की स्थापना को प्रोत्साहित कर रही है। हमारा लक्ष्य स्वच्छ, हरित और आत्मनिर्भर दिल्ली का निर्माण करना है।मंत्री प्रवेश साहिब सिंह व आशीष सूद ने भी इस पहल का समर्थन किया और अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता के नेतृत्व की सराहना की। दोनों मंत्रियों ने यह उम्मीद जताई कि विधानसभा की इस पहल से दिल्ली के लोग भी सौर ऊर्जा को अपनाएंगे जिससे ‘स्वच्छ दिल्ली, हरित दिल्ली’ का सपना पूरा हो सकेगा और दिल्ली अन्य राज्यों के लिए मिसाल बनेगी ।कार्यक्रम के समापन में विधानसभा उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट ने जनप्रतिनिधियों की जनकल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराया और कहा कि सौर ऊर्जा संचालित विधानसभा सतत शासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहला कदम होगा।
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