Commander Qasim exposes Pakistan regarding Operation Sindoor: सार
लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर कासिम ने एक वायरल वीडियो में स्वीकार किया है कि भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मुरिदके स्थित उनके मुख्यालय को पूरी तरह तबाह कर दिया गया था। यह कबूलनामा पाकिस्तान सरकार के उन दावों को झुठला रहा है, जिसमें उसने हमलों में किसी बड़े नुकसान से इनकार किया था। कासिम ने न केवल तबाही के निशान दिखाए, बल्कि कैंप के पुनर्निर्माण की बात भी की और युवाओं को जिहादी ट्रेनिंग के लिए आमंत्रित किया।
विस्तार
मई 2025 में पहलगाम हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में कई आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया। इस अभियान में जैश-ए-मोहम्मद, हिज्बुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के कुल नौ कैंपों को निशाना बनाया गया, जिसमें मुरिदके का मार्कज-ए-तैयबा भी शामिल था। पाकिस्तान ने इन हमलों में किसी बड़े नुकसान से इनकार किया था, लेकिन अब लश्कर के कमांडर कासिम के वीडियो ने इस झूठ को बेनकाब कर दिया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में कासिम खंडहरों के पास खड़े होकर कहता है, “मैं मुरिदके में मार्कज तैयबा के खंडहरों पर खड़ा हूं, जो भारतीय हमले में नष्ट हो गया था। इसका पुनर्निर्माण चल रहा है और यह पहले से भी बड़ी बनेगी।” वह आगे कबूल करता है कि इस कैंप में कई मुजाहिदीन और छात्रों (तलबा) को ट्रेनिंग दी गई थी, जहां से वे ‘फतह’ (जीत) हासिल करने निकलते थे। एक अन्य वीडियो में कासिम पाकिस्तानी युवाओं से ‘दौरा-ए-सुफ्फा’ नामक ट्रेनिंग प्रोग्राम में शामिल होने की अपील करता है, जो धार्मिक ब्रेनवॉशिंग के साथ बेसिक आतंकी ट्रेनिंग का हिस्सा है।
यह कबूलनामा जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर इलियास कश्मीरी के हालिया बयान के बाद आया है, जिसमें उसने भी बहावलपुर कैंप की तबाही स्वीकारी थी। विशेषज्ञों का मानना है कि ये बयान पाकिस्तान की आतंकवाद समर्थन वाली नीति को उजागर करते हैं। पाकिस्तानी सरकार ने दावा किया था कि मुरिदके की इमारत अब आतंकी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल नहीं होती, लेकिन कासिम के वीडियो ने इसे झूठ साबित कर दिया।
मुरिदके, जो पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के शेखूपुरा जिले में स्थित है, लश्कर का प्रमुख ट्रेनिंग सेंटर रहा है। हमले के बाद पाकिस्तान ने कैंप को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया और अब इसका पुनर्निर्माण कर रहा है। लश्कर के उप प्रमुख सैफुल्लाह कसूरी ने एक वीडियो में दावा किया कि पाकिस्तानी सरकार और सेना ने पुनर्निर्माण के लिए फंड दिए हैं। सोशल मीडिया पर यूजर्स ने इसे ‘पाकिस्तान एक्सपोज्ड’ कहते हुए ट्रेंड कराया है।
ऑपरेशन सिंदूर 7 मई 2025 को रात 1:05 से 1:30 बजे के बीच हुआ, जिसमें भारतीय वायुसेना ने बहावलपुर, सियालकोट, बारनाला और मुजफ्फराबाद जैसे ठिकानों को निशाना बनाया। भारतीय सेना प्रमुख ने हाल ही में पुष्टि की कि अभियान सफल रहा, हालांकि पाकिस्तान ने इसे प्रोपगैंडा करार दिया।
यह घटना 2025 इंडिया-पाकिस्तान संघर्ष का हिस्सा है, जो पहलगाम हमले के बाद भड़का। अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब पाकिस्तान पर आतंकी संगठनों को समर्थन बंद करने का दबाव बढ़ा रहा है। लश्कर, जो संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित संगठन है, फंडरेजिंग में लगा है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि आतंकवाद का कोई भविष्य नहीं, सिर्फ लाशे और मलबा बचेगा।

