Noida-Greater Noida frauds Case on the rise: गौतमबुद्ध नगर यानी नोएडा और ग्रेटर नोएडा में आपको प्लॉट या फ्लैट खरीदना है तो उस दौरान आपको बेहद सतर्क रहना होगा। आपको पता भी नहीं चलेगा कब जालसाज आप को फँसाकर आपके जीवन भर की कमाई हड़प कर लेंगे। पिछले कुछ दिनों में जमीन खरीद फरोख्त के मामले में धोखाधड़ी के केस बढ़े हैं। पहले पुलिस ऐसे मामलों में पीड़ितों को टहला देती थी लेकिन अब पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के हस्तक्षेप के बाद रिपोर्ट दर्ज हो रही है। ज्यादातर मामले नोएडा और ग्रेटर नोएडा से संबंधित हैं। पहले मामले में बुलंदशहर निवासी इतेश ने प्रॉपर्टी डीलर अनिल भड़ाना के माध्यम से केदारनाथ राय और राकेश बिष्ट से सेक्टर 55 में 375 मीटर का भूखंड खरीदने के लिए बातचीत की थी। इसके बाद सौदा पटा और 60 लाख रुपये इतेश ने अनिल भड़ाना, केदारनाथ राय और राकेश बिष्ट को दे दिये। लेकिन बाद में पता चला कि तीनों ने मिलकर उसके साथ धोखाधड़ी कर दी है। दूसरे के समय भूपेंद्र सिंह ने एफआईआर कराई है कि मिंदर और उसके कुछ साथियों ने मिलकर उसकी बुआ के लड़के कुलदीप सिंह की फर्जी जीपीए बनाकर जमीन दूसरे लोगों को बेची है। कुलदीप सिंह अमरीका में है और यहाँ नामौली गांव उसकी जमीन कुछ लोगों ने फर्जी तरीके से हड़पने की कोशिश की। पुलिस ने पहले शिकयत के आधार पर रिापेर्ट दर्ज की फिर मिंदर को गिरफ्तार कर लिया है। उसके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है।
तीसरे मामले
तीसरे मामले में थाना सूरजपुर पुलिस ने फरमान सैफी और ताहिर सैफी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। दोनों ने मिलकर घर दिलाने के नाम पर 49 लाख रुपये ठगे हैं। सूरजपुर निवासी बोबी कुमार ने बताया कि वो प्लॉट खरीदने के लिए घूम रहे थे। तभी फरमान से उनकी बातचीत हुई फरमान ने उन्हें दिसम्बर 2024 में 100 गज का प्लॉट दिखाया। जिसका सौदा 40 लाख में हुआ, 13 लाख रुपये एग्रीमेंट पर दिए गए इसके बाद 27, लाख रुपये नगद और 5000 रुपये राशिद के आधार पर अदा किए गए। कुल 40 लाख रुपये की रकम ताहिर को दे दी गई लेकिन कुछ दिन बाद रजिस्ट्री कराने में वो आना कानी करने लगा उसने रेट बढ़ने का बहाना बनाया और 9, लाख रुपये लिए फिर भी रजिस्ट्री नहीं कराई। सुमन रंजन का मामला प्रोपर्टी खरीद से ही है। जिसमें उन्होंने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि प्रोविडेंट कैपिटल के मालिक आनंद शेखर ने उनसे काम कराया और कुछ फ्लैट सेल करने को कहा। जिसके बाद सुमन ने काम किया और फ्लैट सेल करा दिया। उसका कमीश्न करीब 91 लाख रुपये बना। अब देने के नाम पर आनंद उसे धमकी देता है। पांचवें मामले में विनय मिश्रा ने योगेश कुमार से जान पहचान होने के बाद द्वारका में फ्लैट खरीदा था जिसमें योगेश ने 37 लाख रुपये लेकर धोखाधड़ी कर दी। कुल मिलाकर कहा जाए तो प्रोपर्टी की सेल परचेज में लगातर धोखाधड़ी के मामले बढ रहे है।

