Kotak Mahindra/UAE News: भारत के तीसरे सबसे बड़े निजी बैंक, कोटक महिंद्रा की वैश्विक इकाई, कोटक इंटरनेशनल ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के सिक्योरिटीज एंड कमोडिटीज अथॉरिटी (एससीए) से निवेश फंड और पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाएं प्रदान करने का लाइसेंस हासिल किया है। यह किसी भारतीय कंपनी के लिए इस तरह का पहला लाइसेंस है, जो भारत और यूएई के बीच वित्तीय एकीकरण को और मजबूत करेगा।
कोटक इंटरनेशनल इस लाइसेंस के माध्यम से यूएई में रिटेल निवेशकों को भारत-केंद्रित निवेश फंड पेश करने की योजना बना रही है। कंपनी का लक्ष्य 2025 की अंतिम तिमाही तक यूएई में स्थानीय डोमिसाइल्ड फंड शुरू करना है, जो भारत के सूचीबद्ध इक्विटी, फिक्स्ड इनकम और भविष्य में निजी परिसंपत्तियों में निवेश करेंगे। कोटक इंटरनेशनल के अध्यक्ष और प्रमुख, श्याम कुमार ने कहा, “भारत की आर्थिक गति वैश्विक निवेशकों का ध्यान आकर्षित कर रही है। यह लाइसेंस हमें यूएई के रिटेल निवेशकों को भारत के गतिशील और लचीले बाजारों में भाग लेने का अवसर प्रदान करता है।”
यह कदम यूएई में भारतीय प्रवासियों की बड़ी आबादी को देखते हुए महत्वपूर्ण है, जो वहां की कुल जनसंख्या का लगभग 35% हिस्सा हैं। भारतीय प्रवासी दुबई में रियल एस्टेट के सबसे बड़े विदेशी निवेशक भी हैं, जिन्होंने पिछले साल 35 बिलियन दिरहम (9.53 बिलियन डॉलर) से अधिक की संपत्ति खरीदी थी। हालांकि, श्याम कुमार ने जोर देकर कहा कि कंपनी का लक्ष्य केवल भारतीय प्रवासियों तक सीमित नहीं है, बल्कि वैश्विक निवेशकों को भी आकर्षित करना है।
यूएई में व्यक्तिगत आय या फंड रिटर्न पर पूंजीगत लाभ कर की अनुपस्थिति इसे वैश्विक निवेशकों के लिए आकर्षक बनाती है। इस लाइसेंस के साथ, कोटक अब रिटेल क्लाइंट्स को सीधे निवेश के अवसर प्रदान कर सकती है, जिसमें न्यूनतम निवेश राशि लगभग 500 डॉलर (लगभग 42,000 रुपये) निर्धारित की गई है। यह पहले की तुलना में अधिक व्यापक दायरे को दर्शाता है, जब कोटक केवल उच्च-नेटवर्थ व्यक्तियों और वेल्थ मैनेजर्स के माध्यम से निवेशकों तक पहुंचती थी।
कोटक महिंद्रा बैंक की वित्तीय स्थिति भी मजबूत बनी हुई है। जुलाई 2025 में, बैंक ने वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में शानदार प्रदर्शन दर्ज किया, जिसमें कुल अग्रिम 14% की वृद्धि के साथ 4.45 लाख करोड़ रुपये और जमा राशि 14.6% की वृद्धि के साथ 5.13 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई। बैंक के शेयर बीएसई पर 2,021.3 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं, जो साल-दर-साल 13% की वृद्धि को दर्शाता है।
यह लाइसेंस कोटक के वैश्विक विस्तार की रणनीति का हिस्सा है, जिसके पास पहले से ही भारत, अमेरिका, ब्रिटेन, सिंगापुर और मॉरीशस में नियामक मंजूरी है। कंपनी का कहना है कि यह कदम न केवल यूएई के निवेश फंड उद्योग को बढ़ावा देगा, बल्कि भारत के तेजी से बढ़ते बाजारों में निवेश के अवसरों को और अधिक सुलभ बनाएगा।
यह उपलब्धि भारत और यूएई के बीच गहरे होते वित्तीय और व्यापारिक संबंधों का प्रतीक है। हाल ही में, जुलाई 2025 में, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सातवीं यूएई यात्रा के दौरान डिजिटल भुगतान प्रणालियों को जोड़ने और द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने वाले समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे।
कोटक इंटरनेशनल की यह पहल न केवल भारतीय वित्तीय संस्थानों के लिए एक मील का पत्थर है, बल्कि यूएई को क्षेत्रीय वित्तीय केंद्र के रूप में और मजबूत करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
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