गाजीपुर में घटी दिल दहलाने वाली घटना, फ्रीजर में बेटे के शव को दुलारते रहे पिता, मां कई घंटे तक रही अनजान

Knife attack in Sunbeam School of Ghazipur : उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने हर किसी का दिल दहला दिया। एक पिता अपने मृत बेटे के शव को फ्रीजर में रखकर घंटों तक दुलारता रहा, जबकि मां को अपने लाडले की मौत की खबर तक नहीं थी।
क्या है पूरा मामला?
बताया जाता है कि पिता को अपने बेटे की मौत का इतना गहरा सदमा लगा कि उन्होंने शव को फ्रीजर में रख दिया और उसे बार-बार दुलारते रहे, मानो वह अभी भी जीवित हो। इस दौरान मां को इस हादसे की जानकारी नहीं थी और वह कई घंटों तक बेटे की मौत से अनजान रही।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब यह बात आसपास फैली, तो मौके पर पहुंचे लोगों की आंखें नम हो गईं। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, “पिता का अपने बेटे के शव को इस तरह दुलारना देखकर हर कोई सन्न रह गया। यह दृश्य इतना मार्मिक था कि वहां मौजूद लोग अपने आंसुओं को नहीं रोक सके।”
पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह घटना सोमवार सुबह करीब 9:30 बजे घाटी। स्कूल में 15 अगस्त और जन्माष्टमी की छुट्टियों के बाद पहला दिन था। तीसरे पीरियड की घंटी बजने के बाद कुछ छात्र शौचालय गए, जहां पहले से चली आ रही रंजिश के चलते 10वीं कक्षा के आदित्य वर्मा और 9वीं कक्षा के एक छात्र, जिसकी पहचान साहिल रावत के रूप में हुई, के बीच तीखी नोकझोंक हुई। यह बहस जल्द ही हिंसक झड़प में बदल गई। आरोप है कि साहिल ने अपने बैग में छिपाकर लाए चाकू से आदित्य के सिर और सीने पर ताबड़तोड़ वार किए, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
आदित्य खून से लथपथ हालत में शौचालय से अपनी कक्षा की ओर लड़खड़ाते हुए गया, जहां एक शिक्षिका ने उसे अपनी गोद में लिया और स्कूल प्रशासन ने उसे तुरंत गाजीपुर मेडिकल कॉलेज के जिला अस्पताल पहुंचाया। लेकिन, अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना में यूसुफपुर निवासी नमन जायसवाल (14), गाजीपुर घाट निवासी अभिनव तिवारी (15), और आरोपी छात्र भी घायल हुए, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है।

पुलिस जांच और सीसीटीवी फुटेज
गाजीपुर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और स्कूल के सीसीटीवी फुटेज को जब्त कर लिया गया है। फुटेज में आदित्य को शौचालय से खून से लथपथ निकलते और कक्षा की ओर जाते हुए देखा गया। पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आदित्य और आरोपी छात्र के बीच एक सप्ताह पहले किसी बात को लेकर विवाद हुआ था, जो 15 अगस्त को स्कूल के बाहर भी देखा गया था। आशंका है कि आरोपी ने पहले से साजिश रचकर चाकू पानी की बोतल में छिपाकर स्कूल लाया था।
गाजीपुर के सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) ज्ञानेंद्र प्रसाद ने बताया, “यह एक दुखद और गंभीर घटना है। हमने हत्या और मारपीट का मुकदमा दर्ज कर लिया है। सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों के आधार पर जांच जारी है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

सोशल मीडिया पर छाई घटना
इस घटना की खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई। एक पोस्ट में लिखा गया, “फ्रीजर में बेटे के शव को दुलारते रहे पिता, आंखों से नहीं निकले आंसू; लोगों का फट गया कलेजा।” इस पोस्ट ने लोगों के बीच गहरी संवेदना और चर्चा को जन्म दिया। कई यूजर्स ने इस घटना पर दुख जताते हुए परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की, जबकि कुछ ने इस तरह की घटनाओं के पीछे मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक समर्थन की कमी जैसे मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत बताई।

परिवार का दर्द और स्कूल प्रशासन पर आरोप
आदित्य के पिता शिवजी वर्मा को स्कूल से फोन आने पर पता चला कि उनका बेटा घायल है। अस्पताल पहुंचने पर उन्हें बेटे की मौत की खबर मिली। शिवजी और उनके साथ आए रिश्तेदार उमाशंकर वर्मा व अन्य लोग बार-बार आदित्य के बारे में पूछ रहे थे। शिवजी ने शव देखने की मांग की और देरी होने पर स्कूल प्रशासन पर मामले को दबाने का आरोप लगाया। वह शांत रहे, लेकिन उनके दर्द ने वहां मौजूद लोगों की आंखें नम कर दीं। आदित्य की मां गुड़िया को दोपहर बाद इस घटना की जानकारी मिली, जिसके बाद वह बदहवास हो गईं। रेवतीपुर में आदित्य की ननिहाल में भी कोहराम मच गया।
आदित्य दो भाइयों में सबसे छोटा था और पढ़ाई में होनहार था। वह रोजाना 25 किलोमीटर स्कूल बस से सनबीम स्कूल आता-जाता था। परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि स्कूल में सुरक्षा व्यवस्था अपर्याप्त थी, जिसके चलते ऐसी घटना घटी।
स्कूल में हड़कंप और छुट्टी
घटना के बाद स्कूल में अफरा-तफरी मच गई। सहपाठी डर के मारे रोने लगे, जिसको देख कर स्कूल प्रशासन ने तत्काल छुट्टी कर दी। तुरंत घटनास्थल पर एएसपी सिटी, सीओ सिटी शेखर सेंगर, और कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त किया।
स्कूल की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। परिजनों और स्थानीय लोगों ने सवाल उठाया कि आखिर कैसे एक छात्र चाकू लेकर स्कूल परिसर में प्रवेश कर गया क्या सुरक्षाकर्मी नींद फ़रमा रहे थे । स्कूल प्रशासन की ओर से अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन परिजनों और अभिभावकों में गुस्सा है।

आगे की कार्रवाई
पुलिस ने आरोपी छात्र को हिरासत में ले लिया है और उसके खिलाफ किशोर न्याय बोर्ड के तहत कार्रवाई की जा रही है। आदित्य के शव का पोस्टमार्टम दो डॉक्टरों के पैनल ने किया। पुलिस का कहना है कि विवाद की वजह और अन्य परिस्थितियों की जांच की जा रही है। इस बीच, स्थानीय लोग और अभिभावक स्कूल प्रशासन से जवाबदेही और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
यह घटना न केवल एक परिवार के लिए त्रासदी है, बल्कि यह स्कूलों में बढ़ती हिंसा और सुरक्षा की कमी को भी उजागर करती है। समाज और प्रशासन को इस दिशा में गंभीर कदम उठाने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
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