राजा भदावर ने बनवाए थे मुख्य मंदिर समेत 101 शिव मंदिर  

 बृज की काशी ‘ के नाम से जाना जाता है यह गांव, मौजूद हैं दर्जनों शिव मंदिर  
Firozabad news : जिला मुख्यालय से करीब 40 किमी दूर स्थित ऐसा गांव है, जिसे ‘बृज की काशी’ के नाम से जाना जाता है । यह गांव फीरोजाबाद जिले तथा आगरा जिले की सीमा पर स्थित है । इसका नाम है ‘ बटेश्वर ‘ ।  इस गांव में भगवान भोलेनाथ का अति प्राचीन मंदिर है जिसके दर्शन के लिए दूर-दूर से भगवान भोलेनाथ के भक्त यहां पहुंचते हैं। भक्तों की आस्था है कि इस मंदिर में विराजमान भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने मात्र से लोगों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यमुना किनारे बसे बटेश्वर गांव में एक दो नहीं बल्कि पूरे 101 मंदिरों की श्रृंखला थी, जो अब लगभग 50 के आसपास रह गई है।
              वैसे तो यह गांव पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की जन्मस्थली भी रही है लेकिन इसकी पहचान इसके पौराणिक महत्व से है। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर यहां विशाल मेला भी लगता है । पशुओं का मेला भी यहां पर लगता है जिसकी ख्याति पूरे देश में है। अब बात करते हैं इसके ऐतिहासिक महत्व की। दरअसल में यह गांव भदावर राज्य के अंतर्गत आता था। भदावर राजा और राजा परमार के बीच यह शर्त लगी थी की दोनों राजाओं की रानियों के बीच अगर किसी के बेटा और किसी के बेटी होगी तो बेटी के पिता को अपनी बेटी की शादी दूसरे दूसरे राजा के बेटे के साथ करनी होगी। इत्तेफाक से दोनों रानियों के बेटी पैदा हुई लेकिन राजा भदावर ने राजा परमार से सच छिपाते हुए से यह बताया कि उनके बेटा हुआ है।
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          दोनों जब शादी के योग हुए तो राजा परमार ने राजा भदावर से कहा कि वह अपने बेटे की शादी उनकी बेटी से करें लेकिन जब राजा भदावर की बेटी को यह पता चला कि उनके पिता ने दूसरे राजा से झूठ बोला है तो राजा भदावर की बेटी ने भगवान शिव की आराधना की और फिर यमुना नदी में छलांग लगा दी। शिवजी के प्रताप से राजा भदावर की बेटी न केवल जीवित सकुशल बाहर निकली बल्कि लड़का के रूप में परिवर्तित हो गई। इसी चमत्कार से प्रभावित होकर राजा ने बटेश्वर में 101 शिव मंदिरों की श्रृंखला बनवाई और लगभग 4 किलोमीटर खुदाई कराकर यमुना की धारा को भी विपरीत दिशा में मोड़ दिया । इस तीर्थ स्थल के दर्शन करने के लिए न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि  मध्य प्रदेश और राजस्थान से भी बड़ी तादायद में श्रद्धालु यहां आते हैं । यह गांव आगरा शहर से लगभग 70 किलोमीटर दूर स्थित है जो बाह तहसील के अंतर्गत आता है।  वहीं फीरोजाबाद जिले के निकट है । फिरोजाबाद के नसीरपुर थानांतर्गत की इसकी सीमा लगती है ।
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