Kiev News: यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध में एक नया और विवादास्पद कदम सामने आया है। यूक्रेन की सेना ने एक ऐसी योजना शुरू की है, जो युद्ध को वीडियो गेम की तरह “गेमिफाई” करने की कोशिश करती दिख रही है। इस योजना के तहत, यूक्रेनी सैनिकों को रूसी सैनिकों और उनके उपकरणों को नष्ट करने के लिए ड्रोन हमलों के जरिए अंक दिए हैं, जिन्हें बाद में नई सैन्य तकनीकों और उपकरणों, जैसे ड्रोन, के लिए बदला जा सकता है। इस अनोखी रणनीति ने युद्ध के मैदान में तकनीकी नवाचार के साथ-साथ नैतिक सवालों को भी जन्म दे रही है।
यूक्रेन के डिजिटल परिवर्तन मंत्रालय ने अगस्त 2024 में “आर्मी ऑफ ड्रोन्स बोनस” नामक एक पायलट प्रोग्राम शुरू किया। इस प्रोग्राम के तहत, सैनिकों को रूसी ठिकानों पर ड्रोन हमलों के वीडियो सबूत जमा करने पर अंक मिलते हैं। इन अंकों का उपयोग “ब्रेव 1 मार्केट” नामक एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर किया जा सकता है, जिसे यूक्रेन के डिजिटल परिवर्तन मंत्री मिखाइलो फेडोरोव ने “सेना के लिए अमेजन” करार दिया है। इस मार्केट में ड्रोन, रोबोटिक सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उपकरण और अन्य हथियार शामिल हैं।
एक रूसी टैंक को नष्ट करने पर 40 अंक, एक सैनिक को मारने पर 6 अंक, और एक मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम को नष्ट करने पर 50 अंक तक मिल सकते हैं। इन अंकों से सैनिक नाइट विजन ड्रोन, जैसे “वैम्पायर ड्रोन” (43 अंक), या अन्य उपकरण खरीद सकते हैं। फेडोरोव के अनुसार, इस प्रणाली ने युद्ध के मैदान में प्रभावशीलता को बढ़ाया है। उन्होंने बताया कि पैदल सैनिकों को मारने के लिए अंकों को 2 से बढ़ाकर 6 करने के बाद, एक महीने में रूसी सैनिकों की हताहत संख्या दोगुनी हो गई।
इस योजना की सफलता का एक उदाहरण है यूक्रेन की मशहूर ड्रोन इकाई “मैग्यार्स बर्ड्स”, जिसने 16,298 से अधिक अंक जमा किए। इन अंकों के बदले इस इकाई ने 500 डे-टाइम ड्रोन, 500 नाइट ड्रोन, 100 वैम्पायर ड्रोन और 40 रिकॉन्सेन्स ड्रोन खरीदे। यह प्रणाली न केवल सबसे प्रभावी इकाइयों को संसाधन प्रदान करती है, बल्कि सरकारी खरीद प्रक्रिया की जटिलताओं को भी कम करती है, जिससे हथियार सीधे निर्माताओं से खरीदे जा रहे हैं।
फेडोरोव ने कहा, “यह सिर्फ प्रेरणा की प्रणाली नहीं है, बल्कि यह युद्ध के नियमों को बदलने का एक तंत्र है।” इस प्रणाली ने युद्ध के मैदान में ड्रोन की भूमिका को और मजबूत किया है, जो अब रूसी और यूक्रेनी हताहतों का 70% हिस्सा बनाते हैं।
यूक्रेनी ड्रोन पायलट डेनिस एन. ने बताया कि अंकों के लिए वीडियो सबूत जमा करना हमेशा आसान नहीं होता। कई बार ड्रोन का कैमरा खराब हो जाता है या रिकॉर्डिंग अधूरी रहती है, जिसके कारण यूनिट को अंक नहीं मिलते। इसके बावजूद, इस प्रणाली ने सैनिकों में एक नई तरह की एकजुटता और सहयोग को बढ़ावा दिया है, जहां यूनिट्स एक-दूसरे को अंक देने के लिए तैयार रहती हैं।
यूक्रेन की इस ड्रोन रणनीति ने न केवल रूस के खिलाफ युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, बल्कि वैश्विक स्तर पर युद्ध की प्रकृति को बदलने की क्षमता रखती है। सस्ते ड्रोन्स के जरिए महंगे सैन्य उपकरणों को नष्ट करने की यूक्रेन की क्षमता ने अमेरिका और अन्य देशों को भी अपनी ड्रोन रणनीतियों पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर किया है। हाल ही में यूक्रेन ने “ऑपरेशन स्पाइडर्स वेब” के तहत रूस के हवाई अड्डों पर हमला कर कई रणनीतिक बमवर्षक विमानों को नष्ट किया, जिसे युद्ध में एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।

