मारिजुआना को शेड्यूल III में बदलने की तैयारी
राष्ट्रपति ट्रंप बुधवार या गुरुवार को एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने वाले हैं, जिससे मारिजुआना को वर्तमान शेड्यूल I से शेड्यूल III ड्रग में रीक्लासिफाई किया जाएगा। शेड्यूल I में हेरोइन और LSD जैसी दवाएं शामिल हैं, जिन्हें कोई चिकित्सकीय उपयोग नहीं माना जाता। शेड्यूल III में कम निर्भरता वाली दवाएं जैसे कोडीन युक्त टाइलेनॉल या केटामाइन आती हैं।
प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, यह कदम वैज्ञानिकों को मारिजुआना के चिकित्सकीय उपयोगों (जैसे पुराने दर्द का इलाज) पर अधिक शोध करने की अनुमति देगा। ट्रंप ने सोमवार को कहा था कि रीक्लासिफिकेशन से “बड़ी मात्रा में शोध” संभव होगा। यह पूरी तरह से मारिजुआना को वैध नहीं बनाएगा, लेकिन संघीय प्रतिबंधों को काफी ढीला कर देगा।
यह फैसला ट्रंप के चुनावी वादे का हिस्सा है, जिसमें उन्होंने चिकित्सकीय मारिजुआना के उपयोग को अनलॉक करने की बात कही थी। कई प्रमुख मीडिया रिपोर्ट्स (ABC न्यूज, CNN, NBC, Reuters) ने इसकी पुष्टि की है। इससे कैनाबिस उद्योग को कर राहत और निवेश में आसानी मिल सकती है।
वेनेजुएला पर नाकाबंदी और पुरानी संपत्तियों की मांग
दूसरी बड़ी खबर वेनेजुएला से जुड़ी है। राष्ट्रपति ट्रंप ने मंगलवार को घोषणा की कि वे वेनेजुएला से आने-जाने वाले सभी प्रतिबंधित तेल टैंकरों पर “पूर्ण नाकाबंदी” लगा रहे हैं। यह कदम पिछले हफ्ते अमेरिकी सेना द्वारा एक तेल टैंकर जब्त करने के बाद आया है।
ट्रंप ने कहा कि वेनेजुएला ने दशकों पहले अमेरिकी तेल कंपनियों (जैसे एक्सॉनमोबिल और कोनोकोफिलिप्स) की संपत्तियों को जब्त किया था और पर्याप्त मुआवजा नहीं दिया। वे इन संपत्तियों और तेल अधिकारों की वापसी की मांग कर रहे हैं। ट्रंप ने वेनेजुएला की सरकार को ड्रग तस्करी और आतंकवाद से जोड़ते हुए इसे “विदेशी आतंकवादी संगठन” करार दिया।
ये दोनों घटनाएं ट्रंप प्रशासन की आक्रामक विदेश और घरेलू नीतियों को दर्शाती हैं। मारिजुआना पर ढील से लाखों अमेरिकियों को फायदा हो सकता है, जबकि वेनेजुएला पर दबाव क्षेत्रीय तनाव बढ़ा रहा है। आगे की स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

