शो के हालिया एपिसोड में इशित भट्ट हॉट सीट पर पहुंचे थे। पांचवीं कक्षा के इस होनहार छात्र ने जैसे ही शो शुरू हुआ, अमिताभ बच्चन से ही ‘टकरा’ लिया। जब बिग बी नियम समझाने लगे, तो इशित ने बीच में टोकते हुए कहा, “मुझे नियम पता हैं, इसलिए आप मुझे अभी नियम समझाने मत बैठना। अरे ऑप्शन डालो!” न सिर्फ यही, जब सवालों के विकल्प पढ़े जाने से पहले ही उन्होंने जवाब लॉक करने की जिद की, तो बोले, “सर, एक क्या, उसमें चार लॉक लगा दो, लेकिन लॉक करो।”
एक सवाल में वाल्मीकि रामायण के पहले कांड के नाम पर उन्होंने ‘अयोध्या कांड’ का चयन किया, जबकि सही उत्तर ‘बाल कांड’ था। गलत जवाब के कारण इशित बिना किसी इनामी राशि के शो से लौटे।
अमिताभ बच्चन ने इस स्थिति को बेहद सहजता से संभाला। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “कभी-कभी बच्चे ओवरकॉन्फिडेंस में गलती कर देते हैं।” बिग बी की इस ग्रेसफुल हैंडलिंग की दर्शकों ने खूब तारीफ की, लेकिन इशित की ‘रूड’ भाषा और आत्मविश्वास ने सोशल मीडिया पर आग लगा दी। ट्विटर (अब एक्स) और इंस्टाग्राम पर मीम्स की बाढ़ आ गई। कई यूजर्स ने इशित को “इंटरनेट का सबसे नापसंद बच्चा” करार दिया, तो कुछ ने उनकी परवरिश पर सवाल उठाए। एक यूजर ने लिखा, “अमिताभ बच्चन जैसे लेजेंड का सम्मान करना नहीं आता? माता-पिता कहां थे?” वहीं, कुछ ने इसे बच्चे की नर्वसनेस या एक्साइटमेंट बताया और ट्रोलिंग को गलत ठहराया।
इस विवाद ने पेरेंटिंग, रियलिटी शोज में बच्चों की भागीदारी और सोशल मीडिया की क्रूरता जैसे मुद्दों पर बहस छेड़ दी। चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट्स का कहना है कि इशित का व्यवहार पूरी तरह से खराब परवरिश का परिणाम नहीं है, बल्कि उम्र के हिसाब से सामान्य ओवरकॉन्फिडेंस हो सकता है। एक विशेषज्ञ ने कहा, “बच्चे टेलीविजन के दबाव में ऐसे रिएक्ट कर सकते हैं, लेकिन ट्रोलिंग से उनका मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है।”
इसी बीच, टीम इंडिया के मिस्ट्री स्पिनर और कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के स्टार वरुण चक्रवर्ती ने सोशल मीडिया पर इशित का जोरदार समर्थन किया। एशिया कप 2025 में भारत की जीत के हीरो वरुण ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें लिखा, “वो बच्चा है भगवान के लिए! इसे बढ़ने दो! अगर तुम एक बच्चे को सहन नहीं कर सकते, तो सोचो कि समाज अभी भी कितने पागलों को बर्दाश्त कर रहा है, जो इस बच्चे पर कमेंट कर रहे हैं!” उन्होंने ट्रोल्स को “स्क्रीन के पीछे छिपे कायर” कहा और जोड़ा, “सोशल मीडिया कायरों का अड्डा बन गया है।” वरुण का यह बयान वायरल हो गया और हजारों यूजर्स ने उनका साथ दिया। कई क्रिकेट फैंस ने लिखा, “वरुण ने सही कहा, बच्चों को सपोर्ट करो, ट्रोल मत करो।”
वरुण का यह स्टैंड न सिर्फ इशित के लिए राहत लेकर आया, बल्कि सोशल मीडिया पर सकारात्मक बहस को बढ़ावा दिया। शो के प्रोड्यूसर्स और अमिताभ बच्चन की ओर से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना बच्चों के लिए पॉजिटिव रोल मॉडल्स की जरूरत पर जोर देती है। इशित जैसे बच्चे भविष्य की पीढ़ी हैं, और उनकी छोटी-मोटी गलतियां उन्हें परफेक्ट बनाने का मौका हैं, न कि ट्रोलिंग का सबब।
केबीसी का यह एपिसोड न सिर्फ मनोरंजन का स्रोत बना, बल्कि समाज को आईना भी दिखाया। क्या आप वरुण से सहमत हैं? कमेंट में बताएं!

