कास! भगवान ऐसी जेल सबको दें, ऐश में कैलाश भाटी

नोएडा। तुस्याना भूमि घोटाले के आरोपी कैलाश भाटी का जिम्स अस्पताल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो देखकर जनमानस में कहा जा रहा है कास! भगवान ऐसी जेल सब को दें। वायरल वीडियो में कैलाश को वीआईपी ट्रीटमेंट देने का आरोप लगाया गया है। 2 मार्च को बीमार होने पर कैलाश को जिम्स में भर्ती कराया गया था और सुरक्षा में छह पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। मामले में जेल प्रशासन ने जांच शुरू की है। जेल अधीक्षक अरुण प्रताप सिंह का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने पर मामले में कार्रवाई की जाएगी। कैलाश के अधिवक्ता सूर्यप्रताप सिंह ने वीडियो वायरल करने वालों पर दो करोड़ रुपये मांगने का आरोप लगाते हुए कासना थाने से लेकर मुख्यमंत्री तक शिकायत की है।
कैलाश भाटी को एसआईटी ने तुस्याना भूमि घोटाले के मामले में नवंबर 2022 में गिरफ्तार कर लुकसर स्थित जिला कारागार में भेजा था। उसकी जमानत याचिका भी हाईकोर्ट से खारिज हो चुकी है। अब, कैलाश का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसमेें आरोप लगाया गया है कि कैलाश को जिम्स में वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। उन्हें एसी रूम में रखा गया है। उनको मोबाइल और कोल्डड्रिंक की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है और परिवार के लोग भी उनसे मिल रहे हैं। कैलाश भाटी भाजपा के एमएलसी नरेंद्र भाटी के भाई है।

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कैलाश भाटी के अधिवक्ता सूर्यप्रताप सिंह ने बताया कि वह कानूनी मशविरे के लिए कैलाश से मिलने गए थे। कैलाश के परिजन को जेल प्रशासन की ओर से अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी देते हुए देखभाल के लिए जिम्स में उपलब्ध होने के लिए पत्र भेजा गया था। जो व्यक्ति मोबाइल पर बात करता हुआ घूम रहा है। वो पुराना वीडियो है। इस मामले में मंगलवार को पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह से मिलकर कार्रवाई की मांग की जाएगी।

जेल अधीक्षक, गौतमबुद्ध नगर अरुण प्रताप सिंह ने कहा कि कैलाश को 16 नवंबर को जेल लाया गया था। तबीयत खराब होने पर उसे जिम्स भेजा गया था। चिकित्सकों ने इलाज के लिए उसे भर्ती किया। जिम्स प्रशासन को इस संबंध में कई बार पत्र भेजकर कैलाश को वापस जेल भेजने के लिए भी लिखा गया था। छह पुलिसकर्मी सुरक्षा के लिए बंदी के साथ भेजे गए थे। उनकी जांच की जा रही है।

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