Kanpur News : कानपुर के चर्चित वकील अखिलेश दुबे एक बार फिर विवादों के घेरे में हैं। इस बार एक होटल मालकिन ने उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनमें गंदी किताबें छपवाकर बंटवाने, मंडप से उठवाने की कोशिश करने और रंगदारी वसूलने जैसे संगीन इल्ज़ाम शामिल हैं। इन आरोपों ने शहर में हड़कंप मचा दिया है और अखिलेश दुबे के कथित आपराधिक साम्राज्य की पोल खोल कर रख दी है।
होटल मालकिन ने अपनी शिकायत में पुलिस आयुक्त को बताया कि अखिलेश दुबे ने उनके खिलाफ बदनाम करने की साजिश रची। उनके अनुसार, अखिलेश ने न केवल उनकी छवि खराब करने के लिए अश्लील सामग्री वाली किताबें छपवाकर शहर में बंटवाईं, बल्कि उनके होटल में आयोजित एक मंडप समारोह को जबरन रुकवाने की कोशिश भी की। इसके अलावा, उन्होंने धमकी देकर मोटी रकम की उगाही की और फर्जी मुकदमों में फंसाने का दबाव बनाया। होटल मालकिन ने दावा किया कि अखिलेश की धमकियों और उत्पीड़न के कारण उन्हें न केवल मानसिक, बल्कि आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ा।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, होटल मालकिन की शिकायत के बाद अखिलेश दुबे के खिलाफ जांच तेज कर दी गई है। यह पहली बार नहीं है जब अखिलेश दुबे पर इस तरह के आरोप लगे हैं। इससे पहले भी उन पर फर्जी मुकदमे दर्ज करवाकर रंगदारी वसूलने, जमीनों पर अवैध कब्जा करने और ब्लैकमेलिंग जैसे गंभीर अपराधों के आरोप लग चुके हैं। हाल ही में भाजपा नेता रवि सतीजा ने भी अखिलेश पर पॉक्सो एक्ट के तहत झूठा मुकदमा दर्ज करवाकर 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप लगाया था, जिसके बाद अखिलेश को गिरफ्तार किया गया था।
सूत्रों के अनुसार, अखिलेश दुबे का कथित ‘दरबार’ साकेत नगर के दीप सिनेमा के पास स्थित था, जहां पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी और कई सफेदपोश लोग उनकी हाजिरी लगाते थे। उनकी पहुंच इतनी थी कि वे पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर अवैध गतिविधियों को अंजाम देते थे। विशेष जांच दल (SIT) की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि अखिलेश का गिरोह बिहार और झारखंड से महिलाओं को लाकर फर्जी दुष्कर्म के मुकदमे दर्ज करवाता था, ताकि लोगों को ब्लैकमेल कर मोटी रकम वसूली जा सके।
होटल मालकिन के मामले में पुलिस ने अखिलेश और उनके सहयोगियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि शिकायत की जांच की जा रही है और जल्द ही इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।
अखिलेश दुबे के खिलाफ बढ़ती शिकायतों और मुकदमों ने कानपुर में उनके प्रभाव को कमजोर कर दिया है। शहरवासी अब इस बात की उम्मीद कर रहे हैं कि इस अपराधी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और पीड़ितों को न्याय मिलेगा।

