Johannesburg/Tata Motors News: भारत की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स ने छह साल के अंतराल के बाद दक्षिण अफ्रीका के यात्री वाहन बाजार में शानदार वापसी की है। कंपनी ने मंगलवार को एक लॉन्च इवेंट में तीन रेंज की एसयूवी और एक एंट्री-लेवल कॉम्पैक्ट हैचबैक पेश की, जिसका लक्ष्य चीनी वाहन निर्माताओं के साथ प्रतिस्पर्धा करना है। इस कदम से टाटा मोटर्स ने अपने वैश्विक विस्तार की रणनीति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
टाटा मोटर्स ने इस बार दक्षिण अफ्रीकी बाजार के लिए पंच कॉम्पैक्ट एसयूवी, कर्व कूपे-प्रेरित एसयूवी, टियागो कॉम्पैक्ट हैचबैक और अपनी फ्लैगशिप प्रीमियम एसयूवी हैरियर को पेश किया है। ये सभी वाहन दहन इंजन (कॉम्बस्शन इंजन) से लैस हैं और सितंबर 2025 से बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे। कंपनी ने दक्षिण अफ्रीका के अग्रणी ऑटोमोटिव समूह मोटस होल्डिंग्स को अपने यात्री वाहनों के लिए विशेष वितरक नियुक्त किया है।
टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स (टीएमपीवी) के नए कंट्री हेड थाटो मगासा ने लॉन्च के दौरान कहा, “हमारा मध्यावधि लक्ष्य दक्षिण अफ्रीका में शीर्ष पांच यात्री वाहन ब्रांडों में शामिल होना है, जिसमें 6 से 8 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल करने की महत्वाकांक्षा है।” उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी ने दक्षिण अफ्रीकी उपभोक्ताओं की प्राथमिकताओं को समझने और उनके अनुरूप वाहन पेश करने के लिए व्यापक शोध किया है।
टाटा मोटर्स ने 2004 में दक्षिण अफ्रीकी बाजार में इडिका और इंडिगो मॉडल के साथ प्रवेश किया था, और बाद में विस्टा, सफारी और एरिया जैसे मॉडल पेश किए। हालांकि, 2019 में बाजार की चुनौतियों के कारण कंपनी ने यात्री व steel segment से बाहर निकलने का फैसला किया था। इस दौरान टाटा ने अपने कमर्शियल वाहनों के कारोबार को दक्षिण अफ्रीका में जारी रखा। अब, बजट-अनुकूल वाहनों की बढ़ती मांग को देखते हुए, टाटा मोटर्स ने फिर से इस बाजार में कदम रखा है।
कंपनी की योजना अगले चरण में नेक्सन और सिएरा एसयूवी को पेश करने की है। इसके साथ ही, टाटा 2026 तक अपने डीलरशिप नेटवर्क को 40 से बढ़ाकर 60 आउटलेट तक विस्तार करने की योजना बना रही है। यह कदम दक्षिण अफ्रीका में मजबूत वितरण और बिक्री के बाद की सेवाओं को सुनिश्चित करेगा।
दक्षिण अफ्रीकी बाजार में टाटा का यह पुनर्प्रवेश चीनी ऑटोमोटिव कंपनियों जैसे चेरी ग्रुप, बीवायडी, बीजिंग ऑटोमोटिव और जीडब्ल्यूएम के साथ प्रतिस्पर्धा को और तीव्र करेगा। इसके अलावा, टाटा का भारतीय प्रतिद्वंद्वी महिंद्रा भी इस बाजार में मजबूत स्थिति रखता है, जिसने हाल ही में रिकॉर्ड बिक्री के साथ दक्षिण अफ्रीका में अपनी स्थिति को और मजबूत किया है।
टाटा मोटर्स के इस कदम से न केवल भारत से वाहन निर्यात को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि दक्षिण अफ्रीकी उपभोक्ताओं को किफायती, सुरक्षित और आधुनिक तकनीक से लैस वाहनों का एक नया विकल्प भी मिलेगा।
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