तड़ाशा मिश्रा, जो इससे पहले राज्य पुलिस में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत रही हैं, ने अपनी प्राथमिकताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 15 नवंबर को झारखंड स्थापना दिवस के मद्देनजर शांति बनाए रखना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।
उन्होंने कोर पुलिसिंग को मजबूत करने, संगठित अपराध पर अंकुश लगाने और नक्सल समस्या से निपटने पर जोर दिया।
डीजीपी मिश्रा ने कहा, “हमारा लक्ष्य जनता का विश्वास जीतना और सहयोग बढ़ाना है। पुलिसिंग को अधिक संवेदनशील और जिम्मेदार बनाना होगा, ताकि हर नागरिक सुरक्षित महसूस करे।” उन्होंने महिला सशक्तिकरण और पुलिस बल में सुधारों की दिशा में काम करने का संकल्प भी जताया।
यह नियुक्ति झारखंड पुलिस के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है, जहां अब तक पुरुष अधिकारी ही डीजीपी पद पर रहे हैं।
राज्य सरकार के इस कदम को महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। आने वाले दिनों में डीजीपी मिश्रा की रणनीतियां राज्य की कानून-व्यवस्था को नई दिशा देंगी।

