Jalandhar News: IIT टॉपर, AI स्टार्टअप, IAS अफसर से सिंगर, एक प्रेरणादायक यात्रा

Jalandhar, News: पंजाब के रहने वाले कशिश मित्तल आजकल सोशल मीडिया पर अपनी मधुर आवाज और अनूठी कहानी के लिए सुर्खियों में छाये हुए हैं। एक ऐसे शख्स, जिन्होंने JEE में ऑल इंडिया रैंक 6 हासिल कर IIT दिल्ली से कंप्यूटर साइंस में बी.टेक किया, UPSC में 58वीं रैंक के साथ IAS अफसर बने, और फिर 9 साल की प्रतिष्ठित नौकरी छोड़कर संगीत की राह चुनी, उनकी कहानी हर किसी को हैरान और प्रेरित करती और सीख देती हुई नजर आर रही है।

शिक्षा और करियर की ऊंचाइयां
कशिश मित्तल का जन्म 1989 में एक ऐसे परिवार में हुआ, जहां अनुशासन और कला का संगम था। उनके पिता जगदीश कुमार एक IPS अधिकारी थे, जबकि मां संगीता मित्तल ने उन्हें संगीत की दुनिया से जोड़ा। मात्र 8 साल की उम्र में कशिश ने हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत सीखना शुरू किया और 11 साल की उम्र में हरिवल्लभ संगीत समारोह जैसे बड़े मंच पर परफॉर्म किया। पढ़ाई में अव्वल कशिश ने JEE में AIR 6 हासिल कर IIT दिल्ली में दाखिला लिया और 2010 में बी.टेक पूरा किया। इसके बाद, 21 साल की उम्र में पहले ही प्रयास में UPSC क्रैक कर 2011 बैच के IAS अधिकारी बने।

AGMUT कैडर में नियुक्त कशिश ने चंडीगढ़ में SDM, तवांग में डिप्टी कमिश्नर, और नीति आयोग में एडिशनल प्रिंसिपल सेक्रेटरी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। लेकिन 2019 में, अरुणाचल प्रदेश में तबादले से असंतुष्ट होने के बाद, उन्होंने IAS की नौकरी छोड़ने का साहसिक फैसला लिया।

संगीत के प्रति जुनून
कशिश का संगीत के प्रति प्रेम बचपन से ही गहरा था। ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन पर नियमित परफॉर्मर रहे कशिश ने तानसेन समारोह (ग्वालियर), जश्न-ए-रेख्ता (दिल्ली), और राग अमीर फेस्टिवल (इंदौर) जैसे मंचों पर अपनी गायकी से सबका दिल जीता। हाल ही में उनका एक 38 सेकंड का वीडियो, जिसमें वे नुसरत फतेह अली खान की गजल ‘वो भी अपने न हुए दिल भी गया हाथों से…’ गाते नजर आए, सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो को 86 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है।

IAS से सिंगर और AI स्टार्टअप तक
IAS की नौकरी छोड़ने के बाद कशिश ने टेक्नोलॉजी और संगीत, दोनों क्षेत्रों में कदम बढ़ाया। 2020 में वे माइक्रोसॉफ्ट में प्रिंसिपल रिसर्च प्रोग्राम मैनेजर के रूप में शामिल हुए, जहां उन्होंने 5 साल तक काम किया। मार्च 2025 में, उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट भी छोड़ दिया और अपने AI स्टार्टअप ‘Disha AI’ की शुरुआत की, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए लोगों की जिंदगी बेहतर बनाने पर केंद्रित है।

क्यों बदली राह?
कशिश मित्तल का कहना है कि उनके लिए सफलता का मतलब समाज की परिभाषाओं से नहीं, बल्कि अंतर्मन की संतुष्टि से है। संगीत उनके लिए आत्मा की पुकार थी, और IAS जैसी प्रतिष्ठित नौकरी छोड़कर उन्होंने अपने जुनून को चुना। एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा, “हर फेज को मैंने पूरी ईमानदारी और शिद्दत से जिया। मेरा मानना है कि समय नहीं, बल्कि आपकी प्रतिबद्धता मायने रखती है।”

प्रेरणा का स्रोत
कशिश मित्तल की कहानी उन लोगों के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों को समाज की अपेक्षाओं के आगे दबा देते हैं। IIT टॉपर, IAS अफसर, माइक्रोसॉफ्ट कर्मचारी, और अब एक सिंगर व AI उद्यमी के रूप में कशिश ने साबित कर दिया कि अगर जुनून और मेहनत साथ हो, तो कोई भी राह असंभव नहीं। उनकी यह यात्रा न केवल संगीत प्रेमियों, बल्कि हर उस व्यक्ति को प्रेरित करती है, जो अपने सपनों को जीना चाहता है।

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