प्रदर्शन का माहौल और पुलिस कार्रवाई
NSUI की ओर से छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर जयपुर के शहीद स्मारक पर आयोजित सभा में बड़ी संख्या में छात्र और कांग्रेस नेता शामिल हुए। सचिन पायलट, राजस्थान यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया, और अन्य प्रमुख नेताओं ने सभा को संबोधित किया। सभा के बाद कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च करने लगे, लेकिन पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की। स्थिति बेकाबू होने पर पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया, जिसमें सचिन पायलट और कई कार्यकर्ता भीग गए। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हल्की धक्का-मुक्की भी हुई।
NSUI राष्ट्रीय अध्यक्ष का मोबाइल चोरी
प्रदर्शन के दौरान NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी का मोबाइल चोरी होने की घटना ने माहौल को और गरमा दिया। चौधरी ने इस घटना को लेकर पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाए और इसे सुरक्षा व्यवस्था में कमी का कारण बताया। उन्होंने कहा कि यह घटना प्रदर्शनकारियों की आवाज को दबाने की साजिश का हिस्सा हो सकती है।
सचिन पायलट और नेताओं की प्रतिक्रिया
सचिन पायलट ने प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा, “छात्रों की जायज मांगों को दबाने के लिए सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है। छात्रसंघ चुनाव लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा हैं, और इनका आयोजन न करना युवाओं के अधिकारों का हनन है।” पायलट ने सरकार से तुरंत छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग की।
वहीं, विधायक अभिमन्यु पूनिया ने चेतावनी दी कि यदि किसी भी छात्र पर मुकदमा दर्ज किया गया, तो कांग्रेस इसका कड़ा जवाब देगी। उन्होंने कहा, “हम हर कीमत पर छात्रसंघ चुनाव बहाल करवाएंगे।”
छात्रसंघ चुनाव का मुद्दा
राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव पिछले कुछ समय से आयोजित नहीं हो रहे हैं, जिसे लेकर छात्र संगठनों में भारी नाराजगी है। NSUI का आरोप है कि बीजेपी सरकार जानबूझकर चुनाव टाल रही है, क्योंकि उसे डर है कि छात्रों के बीच उसका प्रभाव कम हो रहा है। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि छात्रसंघ चुनाव युवाओं को अपनी आवाज उठाने का मंच प्रदान करते हैं, और इनका न होना लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा माना जा रहा है।
पुलिस का पक्ष
पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारियों को बैरिकेड्स पार करने से रोकने के लिए न्यूनतम बल का प्रयोग किया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा, क्योंकि प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री आवास की ओर अनियंत्रित रूप से बढ़ रहे थे।
आगे की रणनीति
NSUI ने घोषणा की है कि वह इस मुद्दे पर अपनी लड़ाई जारी रखेगी। संगठन ने पूरे राजस्थान में प्रदर्शनों को और तेज करने की योजना बनाई है। सचिन पायलट ने भी कहा कि कांग्रेस छात्रों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रहेगी और सरकार पर दबाव बनाएगी।

