‘महिला समृद्धि की समर्पित योद्धा व प्रेरणा है ईशा
Hapur news पूर्व स्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पैतृक गांव भदौला में जन्मी ईशा शर्मा गरीब और असहाय महिलाओं के उत्थान के लिए अद्वितीय प्रयास कर रही हैं। 2004 में अपनी मां कमलेश शर्मा के सहयोग और प्रेरणा से उन्होंने “धर्म कुंज जन कल्याण समिति” की स्थापना की। समिति का उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं को सिलाई, ब्यूटी, पेंटिंग आदि का प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाना है। अब तक हजारों महिलाओं और बालिकाओं को प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बना चुकी है। 2021 में ईशा शर्मा की मां कमलेश शर्मा का निधन हो गया, ईशा ने “मां कमलेश देवी की स्मृति में जन-सेवार्थ फाउंडेशन”की स्थापना की। फाउंडेशन का उद्देश्य शिक्षा, सेवा, और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है। ईशा फाउंडेशन को अपने ही ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित करना चाहती हैं।
ईशा के पिता हरिओम शर्मा, एक आध्यात्मिक व्यक्ति हैं। जिन्होंने गांव के लोगों की सहायता से “धर्म शिव मंदिर” का निर्माण कराया। यह प्रयास गांव के सामाजिक और आध्यात्मिक विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है।
उन्होंने समुदाय को एक साथ लाने और सामाजिक संवाद को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
ईशा शर्मा ने न केवल गाँव के निवासियों को शिक्षित किया, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न कौशलों का प्रशिक्षण भी दिया। ईशा के प्रयासों ने गाँव की महिलाओं को एक नई उम्मीद दी है और समाज में सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा योगदान दिया है। ईशा के समर्पण और संघर्षशीलता ने समाज को एक सकारात्मक दिशा में प्रेरित किया है।
उन्हें उत्कृष्ट कार्य करने के लिए कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है।
ईशा शर्मा का लक्ष्य हापुड़ जिले के सभी आंगनवाड़ी स्कूलों में बच्चों के लिए पाठ्य सामग्री वितरित करना, ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा जांच शिविर लगाना, और प्राथमिक चिकित्सा के बारे में जानकारी देना है। वह ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को प्रशिक्षण के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाना चाहती हैं।