Noida 3C Builder arrest: इनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ईडी आज कल नोएडा प्राधिकरण में हुए घोटालों को लेकर काफी सजग दिख रही है। यही कारण है कि पूर्व सीईओ मोहिन्दर सिंह पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है। भले ही मोहिंदर सिंह ईडी के समक्ष पेश न हुए हो लेकिन ईडी उनकी तलाश कर रही है। इस सबके बीच सबसे बड़ा सवाल ये है क्या बिल्डरों को रेवड़ी की तरह प्लॉट बांटने में मोहिन्दर सिंह ही शामिल थे या फिर अन्य अधिकारी-कर्मचारी भी मलाई काट रहे थे। अब ईडी के रडार पर कई अन्य अफसरों आ रहे है।
बिल्डरों को कैसे मिले इतने प्लाॅट
प्राधिकरण ने बिल्डरों को एक के बाद एक भूखण्ड आवंटित कर दिए गए। 10ः भूमि की कीमत ली गई और किस्तें भी कुछ साल बाद शुरू करें की शर्त पर सहमति दी गई। प्राधिकरण को अरबों रुपये की क्षति पहुंचाने में प्राधिकरण के सीईओ के अलावा तत्कालीन ओएसडी, संबंधित विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल हो सकते हैं प्राधिकरण के संस्थागत और ग्रुप हाउसिंग में जिस तरह से एक के बाद एक आवंटन हुए उससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं। औद्योगिक विभाग ने भी एक ही व्यक्ति को सक्षम मानते हुए उसे कई कई भूखंड आवंटित कर दिए।
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