अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस मानव जीवन का आधार है: भारत भूषण

Hapur news  स्वामी विवेकानंद विचार मंच और लोक भारती ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के उपलक्ष्य में बहादुरगढ़ स्थित गंगा नेचुरल फार्म में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
पर्यावरणविद् भारत भूषण गर्ग ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस की शुरूआत 29 दिसंबर 1993 को हुई थी, जिसे वर्ष 2000 में बदलकर 22 मई कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि जैव विविधता मानव जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। जैसे समुद्र, महासमुद्र, प्रकृति, जीव-जंतु, जलचर, थलचर, नभचर, भोजन, और वायु सभी का समग्र चिंतन और विकास आवश्यक है।
उन्होंने बताया कि जैसे किसी व्यक्ति को एक ही सब्जी हर दिन खाने से स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है, वैसे ही प्रकृति भी केवल एक वनस्पति पर निर्भर नहीं रह सकती। लोक भारती के सहयोग से चलाए जा रहे हरिशंकरी, पंच पल्लव, पंचवटी, और आरोग्य वृक्ष इसी योजना का हिस्सा हैं।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष हापुड़ जनपद में 100 स्थानों पर सामाजिक सहयोग से हरिशंकरियों का रोपण करने की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने आह्वान किया कि वह अपने पूर्वजों की स्मृति में या अपने परिवार में किसी के भी जन्मदिन पर हरिशंकरी का रोपण कर जैव विविधता का हिस्सा बनें।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में पृथ्वी का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे मानव और प्रकृति दोनों प्रभावित हो रहे हैं। इसलिण् हम सबकी जिम्मेदारी है कि जैव विविधता को संज्ञान में लेते हुए अधिक से अधिक प्रयास करें और अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर मूलचंद आर्य, नमन अग्रवाल, यथार्थ भूषण, विनोद लोधी, सचिन कुमार, प्रबल प्रताप सिंह, रणवीर सिंह, अशोक कुमार, प्रमोद कुमार, और सूबेदार जगदीश सिंह चौहान मौजूद रहे।

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