ठगी का पूरा प्लान
पुलिस जांच के मुताबिक, पुष्पेंद्र की शादी गढ़ाकोटा निवासी महेश रजक नामक परिचित के जरिए तय हुई थी। महेश ने पुष्पेंद्र को एक लड़की का परिचय कराया, जो वास्तव में लुटेरी गैंग की सदस्य थी। गैंग ने सोची-समझी साजिश के तहत 1 लाख 30 हजार रुपये ऐंठे और नोटरी के जरिए फर्जी दस्तावेज तैयार कर शादी करा दी। दुल्हन ने खुद को ‘नैनू’ बताया, लेकिन उसका असली नाम अमृता उर्फ नेहा है। शादी के बाद वह पति के घर में घुसी और लूट की तैयारी करने लगी।
शादी की दूसरी रात (सुहागरात के ठीक बाद) अमृता अपने सामान को व्यवस्थित कर रही थी। पुष्पेंद्र ने जब पूछा तो संतोषजनक जवाब न मिलने पर उसे शक हो गया। बाहर घर के पास एक कार खड़ी देखी गई, जिसमें गैंग के अन्य सदस्य छिपे बैठे थे। पुष्पेंद्र ने तुरंत बहेरिया थाने को फोन किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने अमृता और महेश रजक को दबोच लिया। कार में सवार एक अन्य महिला और एक पुरुष मौके का फायदा उठाकर भाग निकले। पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से दो मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं।
बहेरिया थाना प्रभारी गजेंद्र सिंह जौहरिया ने बताया, “आरोपियों ने पूछताछ में शादी के नाम पर ठगी का अपराध कबूल कर लिया है। गैंग में कुल चार सदस्य हैं, जिनमें दो फरार हैं। हम उनकी तलाश में छापेमारी कर रहे हैं। रिमांड के दौरान अन्य मामलों का भी खुलासा होने की संभावना है।” प्रभारी ने चेतावनी दी कि ऐसी ठगी के शिकार न बनें और शादियों के लिए सतर्क रहें।
बढ़ते खतरे की घंटी
यह मामला मध्य प्रदेश में लुटेरी दुल्हनों के बढ़ते कारनामों की पोल खोल दी है। हाल ही में देवास जिले में एक गैंग ने शादी के नाम पर 1.95 लाख रुपये की ठगी की, जहां दुल्हन शादी के कुछ घंटों बाद ही फरार हो गई। उज्जैन के बिछोद गांव में भी एक महिला ने ससुरालवालों को लूटने की कोशिश की, लेकिन परिवार ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया। बैतूल में कन्या विवाह समारोह के बहाने 3 लाख रुपये और जेवर लेकर दुल्हन गायब हो गई। राजस्थान के सवाई माधोपुर में तो एक 23 वर्षीय महिला ने मात्र 7 महीनों में 25 शादियां रचाकर लाखों की ठगी की, जिसे भोपाल से गिरफ्तार किया गया।
सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा गरम है। एक्स (पूर्व ट्विटर) पर यूजर्स ‘लुटेरी दुल्हन’ ट्रेंड कर रहे हैं। एक पोस्ट में एक फौजी की पत्नी के जेवर लेकर भागने की घटना का जिक्र है, जबकि सागर टीवी न्यूज ने दिवाली पर पकड़ी गई एक लुटेरी दुल्हन की खबर शेयर की। पुरानी घटनाओं में सागर पुलिस ने 2023 में एक दुल्हन और उसकी मां को गिरफ्तार किया था, जो धोखाधड़ी कबूल कर चुकी थीं।
सलाह
पुलिस विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे गैंग फर्जी दस्तावेज, नकली पहचान और बिचौलियों के जरिए शिकार बनाते हैं। शादी तय करने से पहले लड़की के परिवार की पूरी जांच जरूरी है—आधार कार्ड, फोटो, मायके का दौरा और पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य करें। मध्य प्रदेश पुलिस ने भी हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, जहां शक होने पर तुरंत संपर्क किया जा सकता है।
यह घटना न केवल एक परिवार की जिंदगी बर्बाद करती है, बल्कि समाज में विश्वास की नींव हिला देती है। उम्मीद है कि फरार सदस्यों को जल्द पकड़ लिया जाएगा और गैंग का पूरा नेटवर्क उजागर हो जाएगा।

