नए नियमों का असर
नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (एफडीटीएल) नियमों के तहत पायलटों को थकान से बचाने के लिए साप्ताहिक 48 घंटे का अनिवार्य आराम और ड्यूटी घंटों पर कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं। ये नियम जुलाई 2025 में चरणबद्ध तरीके से शुरू हुए थे और 1 नवंबर से पूर्ण रूप से लागू हो गए। हालांकि, विमानन नियामक डीजीसीए ने कुछ अस्थायी छूट भी दी थी, लेकिन पूर्ण कार्यान्वयन के बाद इंडिगो जैसे एयरलाइंस को क्रू की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
पिछले कुछ हफ्तों में इंडिगो के संचालन टीम ने बीमार छुट्टी पर चल रहे पायलटों से जल्द लौटने का अनुरोध किया है और अन्य को विशेष छुट्टियां रद्द करने को कहा है। पायलट संगठन एयरलाइंस पायलट्स एसोसिएशन (एएलपीए) ने डीजीसीए के निदेशक महानिदेशक के साथ बैठक में इन नियमों की गलत व्याख्या का आरोप लगाया है। संगठन का कहना है कि एयरलाइंस संकट से निपटने के लिए नियमों का दुरुपयोग कर रही हैं।
बुधवार का हाल
बुधवार को मुंबई और बेंगलुरु से 70 उड़ानें रद्द कर दी गईं, जिनमें से 42 बेंगलुरु और 32 मुंबई से थीं। इसके अलावा, हैदराबाद में 19 उड़ानें (आगमन और प्रस्थान दोनों) रद्द हुईं, जबकि बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लगातार दूसरे दिन कैंसिलेशन की खबरें आईं। मुंबई-मालदीव उड़ान सहित कई फ्लाइट्स क्रू के ‘नो शो’ के कारण प्रभावित हुईं।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2 दिसंबर को इंडिगो की केवल 35% उड़ानें समय पर पहुंचीं, जबकि 1 दिसंबर को यह आंकड़ा 49.5% था। मंगलवार रात को अमादेउस सॉफ्टवेयर में वैश्विक खराबी के कारण चेक-इन प्रक्रिया एक घंटे के लिए ठप हो गई, जिससे एयर इंडिया, अकासा एयर और स्पाइसजेट जैसी अन्य एयरलाइंस भी प्रभावित हुईं। इसके अलावा, एयरबस के ए320 विमानों के सॉफ्टवेयर अपडेट के कारण भी कुछ देरी हुई, हालांकि इंडिगो ने दावा किया कि इससे कोई रद्दीकरण नहीं हुआ।
यात्रियों में गुस्सा भड़क गया है। सोशल मीडिया पर शिकायतों का सैलाब आ गया, जहां लोग लंबे इंतजार, रिफंड की समस्या और वैकल्पिक उड़ानों की कमी की बात कर रहे हैं। एक यात्री ने ट्वीट किया, “इंडिगो ने फिर से धोखा दिया, सात घंटे इंतजार के बाद उड़ान रद्द!” हवाई अड्डों पर अफरा-तफरी का माहौल रहा, खासकर मेट्रो शहरों में।
एयरलाइन का पक्ष
इंडिगो ने एक बयान जारी कर कहा, “पिछले कुछ दिनों में तकनीकी समस्याओं, हवाई अड्डा भीड़भाड़ और परिचालन आवश्यकताओं के कारण कुछ उड़ानों में देरी और रद्दीकरण हुआ है। हमारी टीमें जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करने पर काम कर रही हैं।” कंपनी ने प्रभावित यात्रियों को वैकल्पिक उड़ानें या पूर्ण रिफंड का विकल्प दिया है और सलाह दी है कि हवाई अड्डे जाने से पहले फ्लाइट स्टेटस चेक करें।
सीएफओ के अनुसार, नए एफडीटीएल नियमों से परिचालन लागत में मामूली वृद्धि होगी, लेकिन सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। इंडिगो ने कहा कि क्रू कमी को दूर करने के लिए भर्ती प्रक्रिया तेज की गई है।
व्यापक संदर्भ
भारतीय विमानन क्षेत्र पहले से ही पायलटों की कमी से जूझ रहा है। नए नियमों के कार्यान्वयन से थकान संबंधी रिपोर्ट्स में वृद्धि हुई है, जिसके लिए डीजीसीए ने सुरक्षा को मजबूत करने का लक्ष्य रखा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह संकट अल्पकालिक है, लेकिन यात्रियों को आने वाले दिनों में और असुविधा हो सकती है। स्पाइसजेट जैसी अन्य एयरलाइंस भी समयबद्धता में पिछड़ रही हैं।
यदि आप इंडिगो की उड़ान बुकिंग कर रहे हैं, तो वेबसाइट पर स्टेटस अपडेट जरूर चेक करें। डीजीसीए ने एयरलाइंस को निर्देश दिए हैं कि वे पारदर्शिता बनाए रखें और यात्रियों को सूचित करें। यह मुद्दा विमानन मंत्रालय के रडार पर है, जहां जल्द ही समीक्षा बैठक हो सकती है।

