Ghaziabad news उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल(सेवानिवृत्त)गुरमीत सिंह ने कहा कि राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ भारत 24वीं सदी में पूरे विश्व का नेतृत्व करेगा और राष्ट्र प्रथम की भावना हर नागरिक में जागृत करने का काम पूर्व सैनिकों को करना होगा।
उन्होंने मेरठ रोड स्थित शहीद स्मारक पार्क में बुधवार को शौर्य सम्मान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह विचार व्यक्त किए।
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि शौर्य प्रदर्शन का हर समय और हर जगह सम्मान किया जाना चाहिए। सैनिकों की वजह से ही आज हम स्वतंत्र हैं। देश तभी प्रगति कर सकता है जब देश चारों तरफ से सुरक्षित हो और उस सुरक्षा की जिम्मेदारी सैनिकों की है। ऐसे में हर नागरिक का परम कर्तव्य है कि वो सैनिकों का सम्मान करे। उन्होंने सभी से राष्ट्र प्रथम की विचारधारा का ब्रांड एंबेसडर बनने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि 24वीं सदी में भारत को पूरे विश्व को लीड करना है। भारत को विश्व गुरू बनाना है। भारत में त्याग, सम्मान, सुप्रीम सेक्रिफाइज की जो परंपरा है वह भारतीयता का गहना है। यही सुप्रीम सीक्रिफाइज सिखाता है, राष्ट्र प्रथम।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सैनिक संस्था के एक-एक सैनिक एक-एक योद्धा की जिम्मेदारी है कि राष्ट्र प्रथम की जो भावना है वो हर नागरिक में डाले। कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय सैनिक संस्था की तरफ से किया गया। कार्यक्रम में शहीदों के परिवारों के साथ दूसरे राज्यों से आए संस्था के पदाधिकारियों ने शिरकत की। शंखनाद के बीच शहीदों की आरती उतारकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
कार्यक्रम में यह रहे मौजूद
इस मौके पर राष्ट्रीय सैनिक संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्नल(सेवानिवृत्त) टीपी त्यागी, पावन चिंतन धारा आश्रम के संस्थापक प्रो. पवन सिंहा, एनडीआरएफ कमांडेंट पीके तिवारी, कप्तान केपी सिंह, मुकेश त्यागी और ज्ञान सिंह मौजूद रहे।
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