शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में खेले गए इस रोमांचक मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 358 रन बनाए थे। जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने मार्करम की शतकीय पारी, कप्तान टेम्बा बावुमा के साथ शुरुआती साझेदारी और फिर डेवाल्ड ब्रेविस (नाबाद 92) तथा मैथ्यू ब्रीट्ज़के के साथ चौथे विकेट के लिए 92 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की बदौलत लक्ष्य को हासिल कर लिया।
मैच के बाद एडन मार्करम ने कहा,
“359 रनों का पीछा करना हमेशा मुश्किल होता है। आपको आक्रामक खेलना पड़ता है, लेकिन समझदारी से खेलकर मध्य और निचले क्रम के बड़े हिटरों के लिए मंच तैयार करना जरूरी था। आज पूरी टीम ने सामूहिक बल्लेबाजी की, यही बड़े लक्ष्य का पीछा करने का तरीका है।”
उन्होंने पहले वनडे की याद दिलाते हुए कहा कि वहां जल्दी 3 विकेट गिरने से मैच हाथ से निकल गया था और उसकी जिम्मेदारी वो खुद पर लेते हैं। इसलिए इस बार उनका पूरा फोकस मजबूत शुरुआत देने पर था।
मार्करम ने युवा डेवाल्ड ब्रेविस और मैथ्यू ब्रीट्ज़के की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, “ब्रेविस गेंद को बहुत दूर मारते हैं और गेंदबाजों पर दबाव बनाते हैं। ब्रीट्ज़के ने अपने करियर की शानदार शुरुआत की है और आज जिस परिपक्वता से उन्होंने परिस्थिति को संभाला, वह काबिल-ए-तारीफ था। जब मैच संतुलन पर था, तब उनकी साझेदारी ने खेल का रुख पलट दिया।”
2027 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए मार्करम ने कहा, “जीत से ड्रेसिंग रूम का माहौल बेहतर होता है। विशाखापट्टनम में निर्णायक मैच है, लेकिन हमारा मुख्य लक्ष्य लगातार सुधार करना और 2027 विश्व कप की दिशा में सही दिशा में बढ़ते रहना है।”
तीसरा और अंतिम वनडे 7 दिसंबर को विशाखापट्टनम में खेला जाएगा।

