India v/s Bharat: भारत बनाम इंडिया का विवाद खत्म हो चला है लेकिन इससे पहले एक व्यक्ति है जो इससे संबंधित लड़ाई लड़ रहा है। फिर से सुप्रीम कोर्ट पहुँच चुका है एक देश एक नाम का अनोखा मुकदमा 3 जून 2020 को सबसे ज्यादा चर्चा में रहा “नमह बनाम यूनियन ऑफ इण्डिया” में सर्वोच्च न्यायालय भारत ने आदेश किया की नमह की याचिका को सरकार संज्ञान के तौर पर ले और निर्णय दे काफी इंतजार के बाद जब जवाब नहीं आया तो नमह ने प्रधानमंत्री कार्यालय से सूचना के अधिकार के तहत सूचना माँगी की संबंधित मंत्रालयों द्वारा क्या संज्ञान लिया गया जिसमे आज तक कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया।
जब की भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 में दुनिया के सामने एक नाम भारत और भारत की संस्कृति को विश्वभर में फैला दिया, जो की सारे देशवसियों के लिए गर्व की बात है। भारत ने विश्व गुरु के तौर पर अध्यक्षता की अब जब देश दो नामों से चल रहा है और सब चाहते हैं एक निर्वाचन एक कार्ड एक पहचान होनी चाहिए। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी यूनाइटेड नेशन ने कहा कि दिल्ली अगर औपचारिकताएं पूरी करे तो उन्हें भारत करने में कोई आपत्ति नहीं है। नमह जो किसान भी हैं फिर से 2020 की याचिका में सुप्रीम कोर्ट पहुँचे हैं। सरकार स्पष्ट करे कि देश एक नाम से कब से चलेगा और सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को कितनी गंभीरता से लिया गया। सरकार बताए और याचिका में माँग की गई है। सरकार को निर्देशित किया जाये की कितने समय में सारी दुनिया हमारा देश का नाम सिर्फ भारत होगा, फिर चाहे वो कोई भी भाषा क्यों ना हो। अब देखते हैं क्या रहेगा सर्वोच्च न्यायालय का फैसला जब की सारी दुनिया भारत के पक्ष में है। ये सब तथ्य जय हिन्द जनाब को नमह ने खुद उपलब्ध कराए है।