भारत लगातार अपनी ताकत बढा रहा हैं। अग्नि-5 मिसाइल का तीन चरणों का यूजर ट्रायल किया जाना है। मालूम हो कि अग्नि-5 मिसाइल की जद में चीन भी आता है। इसलिए चीन में खलबली मच रही है। अब देखना यह है कि शेड्यूल के मुताबिक ही मिसाइल का टेस्ट किया जाएगा या फिर समय में परिवर्तन होगा। पिछले महीने जब 3 हजार किलोमीटर रेंज वाली अग्नि-3 मिसाइल का टेस्ट हुआ था तब समय में परिवर्तन कर दिया गया था।
नियम के मुताबिक सभी देशों को अंतरराष्ट्रीय जल में नेविगेशन की छूट है। इसीलिए चीन के इस जासूसी जहाज को रोका भी नहीं जा सकता है। यह जहाज पीएलए के स्ट्रैटजिक सपोर्ट टीम की तरफ से भेजा जा रहा है। एक सूत्र ने कहा कि चीन के पास सैटलाइट उपकरण भी हैं जो कि मिसाइल टेस्ट को ट्रैक कर सकते हैं। वहीं चीनी जहाज अकसर हिंद महासागर में डेटा जुटाने और ओसियनोग्राफिक मैप बनाने के लिए आते हैं।
चीन की नौसेना काफी ताकतवर है। उसके पास कम से कम 355 युद्धपोत हैं। इसके अलावा यह अपना लॉजिस्टिक बेस कंबोडिया, सशेल्स और मॉरिसस के अलावा पूर्वी अफ्रीका के देशों में भी स्थापित कर चुकी है। नौसेना प्रमुख ऐडमिरल आर हरि कुमार ने शनिवार को कहा कि भारत सर्विलांस से लगातार चीनी युद्ध पोतों पर नजर रखता है।