बेनामी संपत्ति पकड़ने के लिए आयकर विभाग ने तीनों प्राधिकरण से मांगा भूखंड खरीदारों का ब्यौरा

Income Tax Department Demand All Detail Of Allotted And Transfer Of Noida Greater Noida Yamuna Authority Property: आयकर विभाग की ओर से टैक्स चोरी करने वाले पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है। खासतौर से उन लोगों पर जो अपनी आय को छुपाकर बेनामी संपत्ति खरीदते हैं। पिछले 16 साल का आयकर विभाग ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण से ब्योरा मांगा गया है। ताकि ऐसे लोगों पर शिकंजा कसा जा सके जो अपनी आय के अनुरुप प्रोपर्टी नही खरीद रहे बल्कि दूसरों के लिए खरीदते है। बताया जा रहा है कि आयकर विभाग ने 2008 से लेकर 2024 तक जितनी भी प्रॉपर्टी ट्रांसफर हुई है और आवंटित हुई है उनका ब्योरा मांगा है।

सरकारी अफसरों पर कसेगा शिकंजा
बताया जा रहा है कि जांच के दायरे में 10,000 से अधिक संपत्तियां आ सकती हैं। आयकर विभाग को जांच में ऐसे फर्जी कंपनियों और बेनामी संपत्तियों के बारे में सुराग हाथ लगे है। जो अफसरों और अन्य प्रभावशाली लोगों की काली कमाई से खरीदी गई थीं। आयकर विभाग ने जांच का दायरा बढ़ाते हुए इन संपत्तियों से जुड़े सभी लेन-देन की गहराई से जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई न केवल बेनामी संपत्तियों का पता लगाएगी, बल्कि सरकारी जमीनों और धन का दुरुपयोग करने वालों के नाम भी सामने आएंगे।

ईडी ने किये थे खुलासे
मालूम हो कि ईडी ने कई चैकाने वाले खुलासे किये थे। जांच में यह भी सामने आया कि कई अफसरों और प्रभावशाली व्यक्तियों ने शेल कंपनियों के जरिए प्राधिकरण की जमीनों पर कब्जा किया। इन कंपनियों के पीछे सरकारी अधिकारियों और राजनेताओं की काली कमाई जुड़ी होने की बात सामने आई है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की इस सख्त कार्रवाई से क्षेत्र के संपत्ति मालिकों, बिल्डरों और अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया है। यह जांच आगे चलकर और बड़े खुलासे कर सकती है। जिससे नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण में हुई वित्तीय अनियमितताओं की परतें खुलेंगी। इनकम टैक्स की ओर से मांगे गए ब्योरे के बाद अंदर ही अंदर कई लोगों मंे डर दिख रहा है। इतना ही नहीं प्राधिकरणों में भी हड़कंप मच गया है।

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