Ghaziabad news भारतीय मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन करेगा। भारत को विश्व की मधुमेह राजधानी कहा जाता है और अनुमान है कि देश में लगभग 7.7 करोड़ लोग मधुमेह से पीड़ित हैं। तेजी से बढ़ रही यह बीमारी अब कम उम्र के लोगों में भी दिखाई दे रही है। इसके कारणों में बदलती जीवनशैली, शारीरिक निष्क्रियता, जंक फूड और अनियंत्रित मधुमेह शामिल हैं, जो हृदय रोग, किडनी फेल्योर, अंधापन, तंत्रिका संबंधी समस्याएं और पैरों के अल्सर जैसी गंभीर जटिलताओं को जन्म देती हैं।
आईएमए के डॉ. प्रहलाद चावला ने बताया कि मधुमेह कोई कमजोरी नहीं, बल्कि जागरूकता और अनुशासन की यात्रा है।
उन्होंने कार्यस्थलों पर नियमित स्वास्थ्य जांच, स्वस्थ खानपान, शारीरिक गतिविधि, तनाव प्रबंधन और नींद को संतुलित रखने पर जोर दिया।
बताया कि 14 नवंबर को डासना पीएचसी में डॉ. मधु पोद्दार, डॉ. रितु जैन और डॉ. प्राची पाल द्वारा मरीजों की मुफ्त जांच और जानकारी देंगे । संतोष यूनिवर्सिटी में 150 पैरामेडिकल्स के लिए वर्कशॉप होगी ।16 नवंबर को सुबह 7 बजे से 11 बजे तक सेंट्रल पार्क रोड पर राहगीरी कार्यक्रम होगा। इसमें शुगर, रेटिना, नसें, बीएमडी (हड्डियों), फाइब्रोस्कैन (लीवर), डेंटल और स्किन-हेयर क्लिनिक की मुफ्त जांच की जाएगी । साथ ही नुक्कड़ नाटक, कथक नृत्य और मानसिक स्वास्थ्य पर जागरूकता भी दी जाएगी। डॉ. वी बी जिंदल सीपीआर प्रशिक्षण देंगे और डॉ. राजिंदर कौर सगू स्तन जांच सुविधा उपलब्ध कराएंगी।
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