छठ पूजा परिजनों के साथ मनाने के लिए ज्यादातर लोग गांव पहुंच रहे है और कुछ लोग टिकट नही मिलने की वजह से पहुंच नही पा रहे। ऐसे लोगों की संख्या भी कम नही है। घर जाने की चाह है पर किसी भी ट्रेन में रिजर्वेशन नहीं मिल रहा है। इस वजह से वे गांव नहीं जा पाएंगे। ऐसे लोगों को ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है, गांव जाने के कई विकल्प मौजूद हैं। लोग इनकी मदद से सुविधाजनक सफर करके गांव जा सकते हैं। बता दें कि तेजस राजधानी से कम किराए में दिल्ली से पटना तक पहुंच सकते हैं। बिहार की ओर जाने वाली किसी भी ट्रेन में वेटिंग टिकट तक नहीं मिल रहा है. हर व्यक्ति की स्थितियां ऐसी नहीं हैं, कि वो फ्लाइट का महंगा टिकट खरीद सके। कैब करके जाना भी महंगा साबित होगा। ऐसे में एक विकल्प सस्ता और अच्छा हो सकता है। इसके लिए बस लोगों को थोड़ी सी कोशिश करनी होगी और कम किराया देकर लोग अपने गांव जा सकते हैं।
कार एंड बस कंफडेरशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष प्रसन्ना पटवर्धन का कहना हैैं कि जब लोगों को ट्रेन में टिकट नहीं मिल रहा है तो ऐसे में एक इलाके की ओर जाने वाले लोगों को अपना ग्रुप बना लेना चाहिए और 17 सीटर ट्रैवलर किराए में ले लेना चाहिए। ट्रैवलर का किराया करीब 30 प्रति किलोमीटर होगा। इस तरह पटना तक की दूरी करीब 1000 किलोमीटर के करीब है। इस तरह करीब 30000 रुपये ट्रैलवर के लिए भुगतान करना होगा. अगर इसे 16 लोगों में बांटा जाए तो प्रति व्यक्ति 1700 रुपये के आसपास का खर्च आएगा।