खामियां पाई गईं तो कार्रवाई भी होगी और बुलडोजर भी गरजेगा: सोमेंद्र तोमर

meerut news   मेरठ की दक्षिण विधानसभा में बन रही अब्दुल्ला कालोनी में हिंदुओं की नो एंट्री के मामले ने तूल पकड़ लिया है। आरोप है कि कालोनी के बिल्डर ने यहां हिंदुओं को मकान, प्लॉट न देने की बात कही है। यहां केवल मुसलमानों को ही प्लॉट बेचा जाएगा। हिंदुओं की कालोनी में नो एंट्री है। इस मामले के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है।
वहीं यूपी सरकार में राज्यमंत्री और दक्षिण विधायक डॉ. सोमेंद्र तोमर ने कालोनी की जांच की मांग कराने के लिए डीएम को पत्र भेजा है। राज्यमंत्री का कहना है कि कालोनी की जांच की जाए।
ऊर्जा राज्य मंत्री सोमेंद्र तोमर ने धार्मिक भेदभाव और गैंगस्टर से जुड़ाव की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग उठाई है। साथ ही यहां स्थलीय निरीक्षण की मांग की है। कालोनी का नक्शा भी चेक होना चाहिए यहां का स्थलीय निरीक्षण होना चाहिए। राज्यमंत्री का कहना है कि उन्हें पता चला है कि इस कालोनी में अंदर एक मस्जिद भी बनाई गई है। कालोनी में हिंदुओं को मकान, प्लॉट नहीं बेचे जा रहे। केवल मुस्लिम यहां प्लॉट खरीद सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर कॉलोनी की जांच की गई और खामियां पाई गईं तो कार्रवाई भी होगी और बुलडोजर भी गरजेगा। पिछले 10 सालों से यह कालोनी डेवलप की जा रही है।
गैंगस्टर के रिश्तेदार की जमीन पर बन रही
धर्म के आधार पर कालोनी में जमीन बेची जा रही है। वहीं आरोप है कि जिस जमीन पर यह कॉलोनी विकसित की जा रही है वह जमीन एक गैंगस्टर के परिवार से ताल्लुक रखती है। इस कॉलोनी को अब्दुल्ला नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि ये एक गैंगस्टर के बेटे का ही नाम है। ऊर्जा राज्य मंत्री सोमेंद्र तोमर ने कहा कि पिछली सरकार ऐसे गैंगस्टर और अपराधी किस्म के लोगों को संरक्षण देती थी। यूपी में अब योगी सरकार में गैंगस्टर और माफिया के लिए कोई जगह नहीं है। ऐसे में धार्मिक भेदभाव नहीं सहा जाएगा।

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हिंदू संगठन के नेता की अपील
अखिल भारतीय हिन्दू सुरक्षा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सचिन सिरोही ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मेरी गुहार है कि मेरठ के इस अब्दुल्ला रेसीडेनसी हापुड रोड पर बुलडोजर चलवाकर इस कॉलोनी की पूरी जांच करवाएं। यह भी चैक कराया जाए कि कालोनी में किसका पैसा लग रहा है। ब्लैकमनी तो नहीं लगाया जा रहा और सभी आरोपियों पर कार्यवाही हो। कहा कि जिस तरह मुसलमान हिंदू इलाकों में आकर बस रहे हैं वहां घर ले रहे हैं तो फिर इस कॉलोनी में हिंदूओं को प्रवेश क्यों नहीं दिया रहा है।
ज्यादातर प्लॉट बिक चुके हैं
22,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में यह कालोनी बनाई जा रही है। इसमें 78 विला बनाए जा रहे हैं और 3,020 वर्ग मीटर क्षेत्र को कमर्शियल गतिविधियों के लिए चिह्नित किया गया है। कॉलोनी में ज्यादातर प्लॉट बिक चुके हैं, लेकिन खरीदारों की संख्या को लेकर संदेह पैदा हो गया है। हालांकि कॉलोनी में कहीं भी इस तरह का कोई बोर्ड या पोस्टर नहीं लगाया गया है, लेकिन जमीन पर हो रही बिक्री के आधार पर कहा जा रहा है कि यहां केवल मुसलमानों को ही बसाया जा रहा है।
कालोनी के प्रोजेक्ट मैनेजर ने किया इंकार
कॉलोनी के प्रोजेक्ट मैनेजर शिवम शर्मा ने मंत्री के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उनका कहना है कि इस कॉलोनी का किसी गैंगस्टर से कोई लेना-देना नहीं है। कॉलोनी के डायरेक्टर रिटायर्ड मेजर जनरल जावेद और महेंद्र गुप्ता हैं। शिवम शर्मा के अनुसार, यहां कई हिंदू लोग भी काम कर रहे हैं और 80 प्रतिशत से अधिक प्लॉट बिक चुके हैं। जब उनसे पूछा गया कि कितने प्लॉट हिंदुओं को बेचे गए हैं, तो उनके पास इसका स्पष्ट आंकड़ा नहीं था।

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