IAS अफसर अभिषेक जहां भी रहे तैनात वहीं बनाई प्रोपर्टी, 700 बीघे जमीन और दर्जनों कोठियां..

IAS Abhishek Prakash Suspend in Corruption Case:  उत्तर प्रदेश सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अफसर और यूपी इन्वेस्ट के सीईओ अभिषेक प्रकाश को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह निलंबन अखिल भारतीय सेवाएं (अनुशासन एवं अपील) नियमावली, 1969 के नियम 3(1) के तहत किया गया है। सरकार की ओर से जारी आदेश में बताया गया है कि अभिषेक प्रकाश पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग कर निजी हितों के लिए काम किया है। अभिषेक ने सोलर इंडस्ट्री प्रोजेक्टकी मंजूरी के एवज में पांच प्रतिशत कमीशन मांगा मगर नही मिलने पर प्रोजेक्ट रोक दिया।

यूपी इन्वेस्ट के सीईओ के रूप में अभिषेक प्रकाश की जिम्मेदारी थी कि उत्तर प्रदेश में ऑनलाइन आवेदन करने वाली सभी फर्मों की समीक्षा के बाद उन्हें लेटर आॅफ कंर्फट जारी किया जाए। 20 मार्च को शिकायत की कि वह उत्तर प्रदेश में सोलर सेल, सोलर पैनल व सोलर प्लांट के पुर्जे बनाने की फैक्ट्री लगाना चाहते हैं। मगर 5 प्रतिशत कमिशन नहीं देने के कारण कमेटी की संस्तुति के बावजूद पत्रावली में प्रकरण टाल दिया जाता है। इस मामले में शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया की यूपी इन्वेस्ट के सीईओ अभिषेक प्रकाश ने उनसे मिस्टर जैन से मिलने को कहा और साफ कहा कि जैन साहब चाहेंगे तो संस्तुति होगी। इसके बाद जैन को गिरफ्तार कर लिया गया। योगी सरकार ने आईएएस अभिषेक प्रकाश पर बहुत बड़ी कार्रवाई कर दी है। जबकि उन्हीं अभिषेक प्रकाश को एक समय पर सीएम योगी का करीबी अधिकारी माना जाने लगा था। आईएएस अभिषेक प्रकाश ने लखनऊ में जिलाधिकारी रहते हुए एलडीए वीसी का भी कार्यभार संभाला है। वो कई जिलों में डीएम रह चुके हैं। बताया जा रहा है कि जहां भी अभिषेक प्रकाश की तैनाती नही वहीं उन्होंने प्रोपर्टी खरीदी। सूत्रों के अनुसार अभिषेक ने लखीमपुर और बरेली में 700 बीघे जमीन खरीदी और लखनऊ में भी कई कोठिया खरीद ली उन पर ब्रह्मोस मिसाइल फैक्टरी के नाम पर 20 करोड़ के घोटाले के आरोप भी लगे हैं।
आखिर कौन है अभिषेक प्रकाश
आमजन के मन में सवाल घूम रहा है कि आखिर कौन है अभिषेक प्रकाश, जिन पर गाज गिरी है। बता दें कि अभिषेक प्रकाश 2006 बैच के आईएएस अधिकारी है। उनका जन्म 21 दिसंबर 1982 में हुआ था। बिहार के रहने वाले अभिषेक प्रकाश ने आईआईटी रुड़की से बीटेक की पढ़ाई की है। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2005 पास करके आईएएस बने अभिषेक प्रकाश की ऑल इंडिया आठवीं रैंक थी। अभिषेक प्रकाश साल 2011-12 में लखीमपुर खीरी जिले में जिलाधिकारी रह चुके हैं। वो लखनऊ, हमीरपुर, बरेली और अलीगढ़ जिले में डीएम का पद भी संभाल चुके हैं।
लखनऊ डीएम से लेकर एलडीए वीसी
अभिषेक प्रकाश लखनऊ में 31 अक्टूबर 2019 से 7 जून 2022 तक जिलाधिकारी रह चुके है। 23 अक्टूबर 2020 से 25 जुलाई 2021 तक लखनऊ डीएम के साथ ही एलडीए वीसी की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। अभिषेक प्रकाश ने अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी संभाली है।
भ्रष्टाचार का आरोप क्यो लगे
आईएएस अभिषेक प्रकाश मौजूदा समय में औद्योगिक विकास विभाग के सचिव और यूपी इन्वेस्ट के सीईओ हैं। उन्हें योगी सरकार ने सस्पेंड कर दिया है। बताया जा रहा है, आईएएस अभिषेक प्रकाश पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। एक उद्यमी ने सोलर इंडस्ट्री लगाने के लिए इन्वेस्ट यूपी में आवेदन किया था। आरोप है कि उस उद्यमी से कमीशन मांगा गया था। इसको लेकर उद्यमी ने सीएम योगी से की थी। मामले में एसटीएफ ने जांच की तो आरोप सही पाए थे। इस मामले में निकांत जैन को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि आईएएस अभिषेक प्रकाश को सस्पेंड कर दिया गया है। उनपर भी गंभीर आरोप लगे हैं।

 

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