“I Love Mohammed” vs “I Love Mahadev”: उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान को लेकर भारी बवाल मच गया। इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा के आह्वान पर सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए और धार्मिक नारे लगाते हुए प्रदर्शन करने लगे। भीड़ ने कई जगहों पर तोड़फोड़ की, पुलिस पर पथराव किया, जिसके जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। इस घटना में भगदड़ मच गई, लेकिन अब तक कोई गंभीर चोट की खबर नहीं आई है।
विवाद की पृष्ठभूमि: क्रिकेट बॉल से शुरू हुई आग
‘आई लव मोहम्मद’ अभियान की शुरुआत बरेली के आजम नगर इलाके में हुई, जहां बच्चों की क्रिकेट बॉल एक ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर पर लग गई। मुस्लिम पक्ष ने इसे अपमान माना और हिंदू-मुस्लिम समुदायों के बीच तनाव पैदा हो गया। इसके जवाब में कुछ जगहों पर ‘आई लव महादेव’ पोस्टर लगाए गए, जिससे विवाद और भड़क गया। मौलाना तौकीर रजा ने इस मुद्दे पर जुमे की नमाज के बाद इस्लामिया ग्राउंड में धरना-प्रदर्शन का ऐलान किया था। हालांकि, प्रशासन ने जुलूस पर सख्ती से प्रतिबंध लगा रखा था।
मौलाना तौकीर रजा पर पहले भी 2010 के बरेली दंगे को भड़काने का आरोप है, जो अभी कोर्ट में लंबित है। इस अभियान को लेकर पहले से ही प्रयागराज, वाराणसी और कानपुर जैसे जिलों में हाई अलर्ट जारी था, और पुलिस ने बरेली में फ्लैग मार्च किया था।
घटना का क्रम: नमाज के बाद सड़कों पर उग्र प्रदर्शन
शुक्रवार दोपहर को जुमे की नमाज अदा करने के बाद इस्लामिया मार्केट, बारादरी और प्रेमनगर जैसे संवेदनशील इलाकों में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। ‘आई लव मोहम्मद’ के बैनर और पोस्टर लहराते हुए प्रदर्शनकारियों ने धार्मिक नारे लगाए और इस्लामिया ग्राउंड में जबरन घुसने की कोशिश की। भीड़ उग्र हो गई और मोटरसाइकिलों सहित कई वाहनों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। छतों से पथराव भी किया गया, जिसमें पुलिसकर्मी निशाना बने।
स्थिति बिगड़ते ही भगदड़ मच गई, और शहर के कई बाजारों को अस्थायी रूप से बंद करा दिया गया। तीन अलग-अलग जगहों पर बवाल की सूचना मिली, जिससे पूरे शहर में तनाव फैल गया।
पुलिस की सख्ती: लाठीचार्ज और हिरासत
पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए तुरंत कार्रवाई की। भारी संख्या में पीएसी और पैरामिलिट्री फोर्स तैनात की गई, जिसमें 3700 पुलिसकर्मी शामिल थे। आसपास के नौ जिलों से अतिरिक्त बल बुलाया गया। ड्रोन से निगरानी की जा रही थी। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया गया और आंसू गैस के कई गोले छोड़े गए। प्रदर्शनकारियों को दौड़ाकर पीटा गया।
मौलाना तौकीर रजा को हिरासत में ले लिया गया। अब तक किसी अन्य गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन जांच जारी है। डीआईजी रेंज बरेली अजय कुमार साहनी और डीएम अविनाश सिंह मौके पर पहुंचे और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। अधिकारियों ने घरों में रहने और अफवाहों से बचने की हिदायत दी।
व्यापक प्रभाव: शांति बहाल, लेकिन सतर्कता बरकरार
घटना के बाद शहर में शांति बहाल हो गई है, लेकिन संवेदनशील इलाकों में पुलिस की गश्त जारी है। यह विवाद धार्मिक भावनाओं को आहत करने से जुड़ा होने के कारण राजनीतिक रूप से भी संवेदनशील है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे अभियान सामाजिक सद्भाव को खतरे में डाल सकते हैं। पुलिस ने कहा कि आगे किसी भी उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना ‘आई लव मोहम्मद’ बनाम ‘आई लव महादेव’ जैसे कैंपेन के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाती है, जो सोशल मीडिया पर भी तेजी से फैल रहा है। जिला प्रशासन ने सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।

