Ashutosh Rana’s portrayal of Ravana captivated the audience: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के रवीन्द्र भवन में रविवार रात्रि को मंचित नाटक ‘हमारे राम’ ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। प्रसिद्ध अभिनेता आशुतोष राणा द्वारा रावण की भूमिका निभाए जाने वाले इस तीन घंटे के महानाट्य ने रामायण के अनछुए प्रसंगों को काव्यात्मक संवादों और शानदार अभिनय के माध्यम से प्रस्तुत कर प्रेरणा का संदेश दिया। नाटक की सफलता पर मध्य प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया साझा की, जिसमें उन्होंने इसे ‘बेजोड़ और प्रेरणादायक’ बताया।
रवीन्द्र भवन के हंसध्वनि सभागार में खचाखच भरे दर्शक वर्ग के बीच नाटक का मंचन हुआ। आशुतोष राणा ने रावण के किरदार को इतनी गहराई से जीया कि दर्शक उनके प्रवेश से ही आश्चर्यचकित हो गए। नाटक में रावण की शिव भक्ति, नारी सम्मान और राम के प्रति उसके अंतर्मन की उथल-पुथल को बखूबी दर्शाया गया। एक दृश्य में रावण सीता को राम के बगल में बिठाकर यज्ञ कराता है, जो रामायण के कम चर्चित पहलुओं को उजागर किया है। नाटक के अंत में राम (राहुल भुचर द्वारा अभिनीत) का संवाद ‘नारी है आदिशक्ति, इससे नारी का प्रथम नाम होगा। होगी न राम के बाद सिया, अब से केवल सियाराम होगा’ ने दर्शकों को गहरा जीवन दर्शन प्रदान किया।
मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, “कल रात्रि रवीन्द्र भवन भोपाल में ख्याति प्राप्त अभिनेता @ranaashutosh10 जी के नाटक ‘हमारे राम’ को देखा। ३ घंटे का यह नाटक बेजोड़ और प्रेरणादायक था। इस आनंद को शब्दों में अभिव्यक्त करना बहुत कठिन है। पूरी टीम का हृदय से अभिनंदन। चित्र नाटक के पूर्व और बाद।” उनके पोस्ट के साथ नाटक से पहले और बाद की तस्वीरें साझा की गईं, जो दर्शकों की उत्साहपूर्ण प्रतिक्रिया को दर्शाती हैं।
यह नाटक गौरव भारद्वाज के निर्देशन में फेलिसिटी थिएटर द्वारा निर्मित है। आशुतोष राणा 22 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद थिएटर में लौटे हैं और रावण के माध्यम से वे कहते हैं, “मृत्यु नहीं मुक्ति चाहता था रावण… राम को ही नहीं, राम की मर्यादा को भी मानें।” नाटक में संगीत टी-सीरीज द्वारा रिलीज किया गया है, जिसमें कैलाश खेर, सोनू निगम और शंकर महादेवन जैसे गायकों के स्वर हैं। गीतकार आलोक श्रीवास्तव और रामकुमार सिंह हैं, जबकि संगीत सौरभ मेहता और उद्भव ओझा का है।
भोपाल के सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने भी नाटक की सराहना की। उन्होंने कहा, “इस अद्भुत प्रस्तुति ने भारतीय संस्कृति, आदर्शों एवं मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन संदेश को अत्यंत प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया।” दैनिक भास्कर समूह के प्रेरणा उत्सव के तहत पहले भी यह नाटक भोपाल में मंचित हो चुका है, जहां स्व. रमेश चंद्र अग्रवाल की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने इसे सराहा था।
‘हमारे राम’ पिछले नौ माह में 200 से अधिक शो कर चुका है, जिसमें दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, हैदराबाद, जयपुर और उज्जैन जैसे शहर शामिल हैं। आशुतोष राणा ने बताया कि 31 मार्च 2026 तक यह 200 शो पूरे कर लेगा, और अगले वर्ष अमेरिका में 50 शो का प्लान है। नाटक न केवल मनोरंजन करता है, बल्कि रामायण के माध्यम से आधुनिक जीवन की मर्यादा, नारी शक्ति और धार्मिक सहिष्णुता जैसे मुद्दों पर गहन चिंतन कराता है।
रवीन्द्र भवन, जो भोपाल का प्रमुख सांस्कृतिक केंद्र है, ऐसे आयोजनों से हमेशा जीवंत हो उठता है। यह मंचन एक बार फिर साबित करता है कि भारतीय रंगमंच अपनी जड़ों से जुड़कर नई ऊंचाइयों को छू रहा है।

