यूपी बीजेपी को नए प्रदेश अध्यक्ष का और कितना इंतजार करना होगा, स्वतंत्र देव सिंह ने खोली पोल, बोले- ‘आज नहीं तो कल मिलेगा’

How long will the UP BJP wait for a new state president?: उत्तर प्रदेश में बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति में लगातार देरी हो रही है, जिसको लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में बेचैनी बढ़ती जा रही है। इस मुद्दे पर आजतक के ‘विकसित उत्तर प्रदेश समिट’ में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने खुलकर बात की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह देरी पार्टी के संसदीय बोर्ड की प्रक्रिया का हिस्सा है और जल्द ही फैसला हो जाएगा।

समिट के मंच पर स्वतंत्र देव सिंह से जब यूपी बीजेपी अध्यक्ष की नियुक्ति में हो रही देरी के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने शांत स्वर में जवाब दिया, “बीजेपी राजनीति मिशन के लिए करती है। यह पार्टी है, संसदीय बोर्ड बैठता रहता है। अध्यक्ष पार्टी तय करेगी।” उन्होंने आगे जोड़ा, “अध्यक्ष होंगे, तब भी पार्टी का काम करेंगे और नहीं हैं तब भी काम हो रहा है। आज नहीं तो कल, प्रदेश अध्यक्ष मिलेगा ही।”

स्वतंत्र देव सिंह ने बीजेपी को अपनी ‘मां’ बताते हुए कहा, “बीजेपी जब-जब सरकार बनाती है, तब-तब गरीब की सेवा करती है।” उनके इस बयान से साफ है कि पार्टी का फोकस संगठनात्मक मजबूती और जनसेवा पर बना हुआ है, और अध्यक्ष की कमी से कोई फर्क नहीं पड़ता। वर्तमान में यूपी बीजेपी भूपेंद्र सिंह चौधरी के नेतृत्व में काम चला रही है, लेकिन नया चेहरा जल्द सामने आने की उम्मीद बंधी है।

समिट में स्वतंत्र देव सिंह ने सिंचाई और जल संरक्षण के मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बुंदेलखंड क्षेत्र का उदाहरण देते हुए बताया कि पहले 90 फीट गहरे कुएं अब मात्र 10-15 फीट पर आ गए हैं, जो भूजल स्तर में सुधार का संकेत है। गुरसराय क्षेत्र में पहली बार सभी नालों की सफाई कराई गई, जिससे किसानों को गेहूं की फसल के लिए पानी उपलब्ध हो सका। उन्होंने दावा किया, “ऐसा हम हर बांध पर करा रहे हैं। पानी के लिए भले ही विश्वयुद्ध हो जाए, लेकिन हमारा उत्तर प्रदेश उसमें शामिल नहीं होगा। हमारे पास पर्याप्त पानी है।”

‘हर घर नल से जल’ योजना की प्रगति पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि कई जिलों में काम पूरा हो चुका है और मथुरा तक गंगा जल पहुंचाने वाली परियोजना अगले साल-डेढ़ साल में पूरी हो जाएगी। अंग्रेजी राज के इंजीनियरिंग कौशल की तारीफ करते हुए उन्होंने एक दिलचस्प किस्सा सुनाया, “अंग्रेजों के जमाने के मिट्टी के बांध आज भी मजबूत खड़े हैं। एक बांध में 50 सीढ़ियां उतरकर नीचे गया था, पानी की आवाज से डर लगने लगा और ऊपर आ गया।”

इसके अलावा, स्वतंत्र देव सिंह ने यूपी में बाढ़ की स्थिति पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि गंगा का पानी…” (पूर्ण विवरण के लिए संबंधित रिपोर्ट देखें)। वहीं, जीएसटी स्लैब में बदलाव पर यूपी के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने अलग से जवाब दिया है।

कुल मिलाकर, स्वतंत्र देव सिंह के बयानों से यूपी बीजेपी में कोई हलचल नहीं दिख रही है, बल्कि विकास और जनकल्याण पर फोकस बना हुआ है। अध्यक्ष की नियुक्ति का फैसला केंद्रीय नेतृत्व पर छोड़ते हुए उन्होंने पार्टी की एकजुटता का संदेश दिया।

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