रिपब्लिकन के चहेते कैसे बने इजरायल के सबसे बड़े दुश्मन?

American Right-Wing News: अमेरिकी दक्षिणपंथी राजनीति में एक बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है। कभी रिपब्लिकन पार्टी के चहेते माने जाने वाले टकर कार्लसन और कैंडेस ओवेंस, जो ‘अमेरिका फर्स्ट’ के प्रतीक थे, अब इजरायल के सबसे कट्टर आलोचकों की सूची में शुमार हो चुके हैं। इन दोनों ने इजरायल की नीतियों, अमेरिका के समर्थन और यहूदी लॉबी के प्रभाव पर ऐसी खुली टिप्पणियां की हैं कि उन्हें एंटी-सेमिटिक (यहूदी-विरोधी) करार दिया जा रहा है। लेकिन सवाल यह है कि ये दोनों कैसे इस मोड़ पर पहुंचे? आइए, इसकी पड़ताल करें।

टकर कार्लसन
टकर कार्लसन, जो फॉक्स न्यूज के सबसे लोकप्रिय शो ‘टकर कार्लसन टुनाइट’ के होस्ट थे, अप्रैल 2023 में चैनल से बर्खास्त हो गए। कई कारण बताए गए, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इजरायल-हमास युद्ध पर उनकी बढ़ती आलोचना एक बड़ा कारक था। कार्लसन ने हमेशा ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति का समर्थन किया, लेकिन 7 अक्टूबर 2023 के हमास हमले के बाद उन्होंने इजरायल के जवाबी कार्रवाई को ‘अनावश्यक’ और ‘अमेरिकी हितों के खिलाफ’ बताया। उन्होंने कहा कि अमेरिका को इजरायल के युद्ध में अरबों डॉलर क्यों खर्च करने चाहिए, जबकि घरेलू मुद्दे जैसे प्रवासन और अर्थव्यवस्था जल रहे हैं?

सितंबर 2025 में एक पॉडकास्ट इंटरव्यू में कार्लसन ने निक फ्यूएंटेस नामक दक्षिणपंथी एक्टिविस्ट को प्लेटफॉर्म दिया, जो एंटी-सेमिटिक विचारों के लिए कुख्यात है। फ्यूएंटेस ने यहूदी लोगों की अमेरिका के प्रति निष्ठा पर सवाल उठाए, और कार्लसन ने सहमति जताते हुए कहा, “हम इजरायल से कुछ नहीं पा रहे, यह पूरी तरह से हमारा नुकसान है।” इस इंटरव्यू ने हंगामा मचा दिया। हेरिटेज फाउंडेशन के अध्यक्ष केविन रॉबर्ट्स ने कार्लसन का बचाव किया, लेकिन कई रिपब्लिकन सीनेटरों और यहूदी संगठनों ने इसे ‘खतरनाक’ करार दिया।

कार्लसन ने हाल ही में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को ‘शैतान का सिनागॉग’ कहा और अमेरिकी कॉलेजों में यहूदी दानदाताओं को ‘श्वेत नरसंहार’ से जोड़ा। नवंबर 2025 में एक रिपोर्ट के मुताबिक, कार्लसन को इजरायल से ‘हत्या की धमकी’ मिलने की अफवाहें फैलीं, हालांकि यह साजिश सिद्धांत साबित हुईं। कार्लसन का तर्क है कि वे सिर्फ ‘इतिहास पर बहस’ कर रहे हैं, लेकिन आलोचक कहते हैं कि यह एंटी-सेमिटिज्म को बढ़ावा दे रहा है।

कैंडेस ओवेंस
कैंडेस ओवेंस, अफ्रीकी-अमेरिकी मूल की कंजर्वेटिव कमेंटेटर, ने 2016 से मैगा (मेक अमेरिका ग्रेट अगेन) आंदोलन का समर्थन किया। लेकिन नवंबर 2023 में टकर कार्लसन के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने जॉर्ज सोरोस जैसे यहूदी परोपकारी को ‘अमेरिका को अस्थिर करने’ का आरोप लगाया, जो एंटी-सेमिटिक ट्रोप माना गया। मार्च 2024 में डेली वायर से बर्खास्तगी के बाद ओवेंस ने इजरायल पर सीधी चोटें कीं। उन्होंने कहा कि इजरायल ने जॉन एफ. कैनेडी की हत्या में भूमिका निभाई और अमेरिकी जहाज यूएसएस लिबर्टी पर 1967 का हमला ‘आतंकवाद’ था।

ओवेंस ने ‘क्राइस्ट इज किंग’ नारे को इजरायल-विरोधी हथियार बनाया, जिसे कई यहूदी संगठनों ने ‘एंटी-क्रिश्चियन’ बताया।

जून 2025 में उन्होंने रब्बी श्लोमो रिस्किन पर आरोप लगाया कि वे पादरियों को बिटकॉइन देकर उन्हें कार्लसन और खुद के खिलाफ भड़का रहे हैं। सितंबर 2025 में टर्निंग पॉइंट यूएसए (टीपीयूएसए) के संस्थापक चार्ली किर्क पर हमला करते हुए ओवेंस ने कहा कि यहूदी दानदाता बिल एकमैन ने उन्हें ‘इंटरवेंशन’ के लिए मजबूर किया क्योंकि उन्होंने कार्लसन को आमंत्रित किया था। ओवेंस ने दावा किया कि टीपीयूएसए को 20 लाख डॉलर के दान गंवाने पड़े, और किर्क ने नेटन्याहू से नफरत जताई। नवंबर 2025 में उन्होंने इजरायल को ‘ईरान के साथ युद्ध’ की साजिश रचने वाला बताया।

क्यों बदला रुख? ‘अमेरिका फर्स्ट’ से इजरायल-विरोध तक
दोनों की आलोचना का मूल है ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति। कार्लसन और ओवेंस का कहना है कि इजरायल अमेरिकी करदाताओं का पैसा बर्बाद कर रहा है, जबकि ट्रंप की नीति अलगाववाद (आइसोलेशनिज्म) पर जोर देती है। युवा कंजर्वेटिव्स में इजरायल समर्थन घट रहा है – एक सर्वे के मुताबिक, 2025 में 30% युवा रिपब्लिकन इजरायल-विरोधी हो चुके हैं। एआईपीएसी (अमेरिकन इजरायल पब्लिक अफेयर्स कमिटी) जैसे लॉबी को वे ‘विदेशी हस्तक्षेप’ मानते हैं।

लेकिन आलोचक जैसे बेन शापिरो और एडीएल (एंटी-डिफेमेशन लीग) कहते हैं कि यह आलोचना नहीं, बल्कि साजिश सिद्धांत हैं – जैसे ‘यहूदी नियंत्रण’ या ‘श्वेत नरसंहार’। ओवेंस पर आरोप है कि वे बोल्शेविक क्रांति और सोलोमन मोरेल जैसे मामलों को इजरायल से जोड़ रही हैं। एक्स (पूर्व ट्विटर) पर #CancelTucker ट्रेंड कर रहा है, लेकिन दोनों के पॉडकास्ट लोकप्रिय हो रहे हैं।

रिपब्लिकन में दरार
यह विवाद रिपब्लिकन पार्टी को दो फाड़ कर रहा है। मार्जरी टेलर ग्रीन जैसे नेता ओवेंस का समर्थन कर रहे हैं, जबकि माइक पेंस जैसे पारंपरिक समर्थक इजरायल के साथ खड़े हैं। ट्रंप प्रशासन कॉलेजों में एंटी-सेमिटिज्म पर सख्ती कर रहा है, लेकिन दक्षिणपंथी पॉडकास्टर्स जैसे मैगिन केली और मैट वॉल्श ‘तटस्थ’ रहकर विवाद बढ़ा रहे हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि यह ‘राइट-विंग एंटी-सेमिटिज्म’ का टर्निंग पॉइंट है। जैक शील्ड्स जैसे कमेंटेटर कहते हैं, “कार्लसन और ओवेंस ने इजरायल को दुश्मन घोषित कर दिया – अगला कौन?” लेकिन ओवेंस का जवाब साफ है: “हम सच्चाई बोल रहे हैं, और दुनिया जाग रही है।”

यह विवाद 2026 मिडटर्म चुनावों को प्रभावित कर सकता है। क्या रिपब्लिकन इजरायल समर्थन छोड़ देंगे? समय बताएगा। फिलहाल, कार्लसन और ओवेंस की आवाजें तेज हो रही हैं – चाहे दुश्मनी की कीमत चुकानी पड़े।

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