हॉन्गकॉन्ग में भीषण आग: मौत का तांडव, सैकड़ों लापता, तीन गिरफ्तार

Hong Kong fire news: हॉन्गकॉन्ग के ताइ पो जिले में वांग फुक कोर्ट आवासीय परिसर में बुधवार को लगी भयानक आग ने पूरे शहर को हिला दिया है। यह हॉन्गकॉन्ग की आखिरी 80 वर्षों में सबसे घातक आग है, जिसमें अब तक 128 लोगों की मौत हो चुकी है। सैकड़ों लोग अभी भी लापता हैं, जबकि घायलों की संख्या 70 से अधिक हो गई है। अग्निशमन विभाग ने गुरुवार देर रात तक आग को काबू करने का दावा किया है, लेकिन खोजी अभियान जारी है।

घटना का विवरण
वांग फुक कोर्ट परिसर में आठ उच्च-ऊंची इमारतें हैं, जहां लगभग 4,600 लोग रहते हैं। बुधवार दोपहर करीब 2:55 बजे एक इमारत के बांस के डंडों से बने स्कैफोल्डिंग (निर्माण स्टैंड) पर आग लग गई। आग तेजी से फैल गई और सात इमारतों तक पहुंच गई, केवल एक इमारत ही बची रही। विशेषज्ञों के अनुसार, आग ने मात्र पांच मिनट में 32 मंजिलें कवर कर लीं।

आग का मुख्य कारण निर्माण कंपनी द्वारा इस्तेमाल की गई खराब गुणवत्ता वाली सामग्री बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक, खिड़कियों और बाहरी दीवारों पर लगाए गए स्टाइरोफोम (फोम बोर्ड्स) ने आग को तेजी से फैलने में मदद की, जो एक तेज जलने वाली पदार्थ के रूप में काम किया।

इसके अलावा, सुरक्षा जाली (मेश नेटिंग) भी मानक के अनुरूप नहीं थी, जिससे आग इमारतों के बीच आसानी से फैल सकी। परिसर में 42 मिलियन हॉन्गकॉन्ग डॉलर (लगभग 43 करोड़ रुपये) की लागत से नवीनीकरण कार्य चल रहा था, लेकिन श्रम विभाग ने जुलाई 2024 से नवंबर 2025 तक 16 निरीक्षणों के बावजूद इन खामियों को नजरअंदाज कर दिया।

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, आग बांस के स्कैफोल्डिंग से शुरू हुई, जो हॉन्गकॉन्ग में पारंपरिक निर्माण पद्धति है, लेकिन प्लास्टिक कवरिंग और फोम ने इसे ‘चिमनी प्रभाव’ पैदा कर दिया। सीएनएन ने बताया कि आग इतनी तेज थी कि ऊपरी मंजिलों पर फंसे निवासियों को बचाना मुश्किल हो गया।

मौतें और घायल
अग्निशमन विभाग के अनुसार, मरने वालों में 16 शवों की पहचान हो चुकी है, जबकि 40 अज्ञात हैं और 89 अभी भी बरामद नहीं हुए। 200 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। अस्पतालों में 76 लोग भर्ती हैं, जिनमें 15 की हालत गंभीर और 28 गंभीर है। मुख्य चोटें जलन और धुएं से सांस लेने की समस्या से हैं।

इस त्रासदी में एक फायरफाइटर की भी जान चली गई। 37 वर्षीय हो वाई-हो, जो शा तिन फायर स्टेशन में नौ वर्षों से सेवा दे रहे थे, आग बुझाते हुए शहीद हो गए। वह अगले साल शादी करने वाले थे। उनकी पार्टनर ने सोशल मीडिया पर दुख व्यक्त किया: “मैं फिर से आपका हाथ थामना चाहती हूं, यह स्वीकार नहीं कर सकती।” मुख्य कार्यकारी जॉन ली ने उनकी ‘वीरता और निस्वार्थ सेवा’ की सराहना की।

800 फायरफाइटर और ड्रोन की तैनाती
आग बुझाने के लिए 140 से अधिक फायर इंजन, 800 अग्निशामकों और पैरामेडिक्स को तैनात किया गया। ड्रोन का भी इस्तेमाल किया गया। गुरुवार सुबह तक आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन तीन इमारतों में धुआं बाकी था। बचाव दल टॉर्च की रोशनी में अपार्टमेंट दर अपार्टमेंट खोज रहे हैं। हॉन्गकॉन्ग फ्री प्रेस के अनुसार, 900 से अधिक लोगों को निकाला गया है, जो अस्थायी आश्रयों में ठहर रहे हैं।

गिरफ्तारियां और जांच
पुलिस ने निर्माण कंपनी के तीन अधिकारियों को हत्या के संदेह में गिरफ्तार किया है। वे स्टाइरोफोम और जाली की खराब गुणवत्ता के लिए जिम्मेदार ठहराए जा रहे हैं। गार्जियन की रिपोर्ट में पूर्व काउंसलर माइकल मो ने बताया कि निवासियों ने महीनों से कंपनी की लापरवाही की शिकायतें की थीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

भ्रष्टाचार विरोधी ब्यूरो ने भी जांच शुरू की है, जिसमें नवीनीकरण कार्य में ‘संभावित भ्रष्टाचार’ की पड़ताल होगी। न्यूयॉर्क टाइम्स ने इसे ‘ग्रेनफेल टावर जैसी व्यवस्थागत विफलता’ बताया, जहां पुरानी इमारतों में आग बुझाने की प्रणाली (स्प्रिंकलर) ठीक से काम नहीं कर रही थी।

नेताओं की प्रतिक्रिया और राहत प्रयास
मुख्य कार्यकारी जॉन ली ने कहा, “यह आग ने कई जिंदगियां ले लीं, जिसमें एक फायरफाइटर भी शामिल है। मैं मृतकों और घायलों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।” उन्होंने 300 मिलियन हॉन्गकॉन्ग डॉलर (लगभग 31 करोड़ रुपये) का सहायता कोष घोषित किया।

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने संवेदना व्यक्त की और अधिकारियों को ‘खोज, इलाज और राहत कार्य में कोई कसर न छोड़ने’ का निर्देश दिया। सोशल मीडिया पर #HongKongStrong ट्रेंड कर रहा है, जहां लोग दान और समर्थन की अपील कर रहे हैं।

क्रिप्टो एक्सचेंज बिटगेट ने 12 मिलियन हॉन्गकॉन्ग डॉलर (लगभग 12.5 करोड़ रुपये) दान दिए, जो यान चाई अस्पताल, सल्वेशन आर्मी और पो लेउंग कुक को वितरित होंगे। एसपीसीए ने 92 पालतू जानवरों को बचाया, लेकिन 243 प्रभावित हुए।

पशु और समुदाय का दर्द
एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट्स में पालतू जानवरों की त्रासदी उजागर हुई। एक कुत्ता दो दिनों बाद मालिकों से मिला, लेकिन कई शव अपार्टमेंट नंबर के साथ चिह्नित कर दफनाए गए। किशोर स्वयंसेवक भोजन और कपड़े बांट रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “गुस्सा बने रहें, इसे हत्या न बनने दें।”

भविष्य की चिंताएं
यह घटना हॉन्गकॉन्ग की घनी आबादी और पुरानी इमारतों की सुरक्षा पर सवाल उठा रही है। अल जजीरा के अनुसार, बांस स्कैफोल्डिंग पारंपरिक है, लेकिन ज्वलनशील सामग्री के साथ इसका इस्तेमाल घातक साबित हुआ। विशेषज्ञों का कहना है कि निरीक्षण प्रक्रिया को सख्त करने की जरूरत है, वरना ऐसी त्रासदियां दोहराई जा सकती हैं।

यह आग न केवल भौतिक क्षति का प्रतीक है, बल्कि मानवीय हानि की भी। हॉन्गकॉन्ग की जनता एकजुट होकर इस संकट से उबरने की कोशिश कर रही है। मृतकों को शांति मिले, लापता सुरक्षित मिलें—यही प्रार्थना है।

यहां से शेयर करें