हैलो मै Noida Police से बोल रही हूं, ये सुनने के बाद किसी को दुख हुआ तो कोई खुशी से झूम उठा

हैलो मै Noida Police से बोली रही हूं, ये सुनने के बाद कोई दुखी हो गया तो कोई खुशी से झूम उठा। दरअसल, फोन करने वाली महिला पुलिसकर्मी कहती है कि आप जिस फोन का यूज कर रहे है उसका पहले खरीदा हुआ है, उसका असली मालिक कोई और है। कृपया करके ये फोन वापस भेजने का कष्ट करे। इस तरह तीन महीने तक फोन करने के बाद पुलिस ने 191 मोबाइल फोन बरामद कर लिए और उनके असली मालिकों तक पहुंचा दिए। पुलिस ने इसे मिशन सहयोग नाम दिया गया। जिसे एक महिला कॉन्स्टेबल ने अंजाम तक पहुंचाया। बरामद मोबाइल की कीमत 50 लाख 91 हजार है। डीसीपी नोएडा हरीश चंदर (DCP Noida Harish Chander) ने बताया कि ये अभियान जारी रहेगा। कुछ दिन में और भी इसी तरह से फोन बरामद किए जाएंगे। इस क्रम में उनके असली मालिकों तक पहुंचा दिए जाएंगे।

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ये है ऑपरेशन सहयोग
डीसीपी हरीश चंदर ने बताया कि अभियान के तहत पिछले एक वर्ष का डेटा हर थाने से लिया गया है। सभी मोबाइल फोन का सर्विलांस के सहयोग से आईएमईआई (IMEI) रन किया गया। देखा गया कि कौन कौन सा मोबाइल अभी चल रहा है। जो मोबाइल चल रहा था। उनमें कौन सा सिम चल रहा है ये देखा गया। इसके बाद चलते हुए सभी नंबरों पर फोन किया गया। और लोगो को समझाया गया कि जो मोबाइल आप यूज कर रहे है। वो मोबाइल किसी और के द्वारा खरीदा हुआ है। उसका असली मालिक कोई और है। उन्होंने बताया कि यह मोबाइल सेकेंड हैंड समझकर किसी लोकल दुकान से खरीदे गए थे। जब लोगों को मोबाइल से संबंधित सही जानकारी मिली तो लोगों ने खुद से मोबाइल नोएडा में कोरियर व अन्य माध्यम से भेज दिये गए। अभी तक मिशन सहयोग में 3 महीने में 191 मोबाइल फोल मिले जिनको वापस किया गया। इस पूरे अभियान में सर्विलांस सेल का सिपाही जीत सिंह और महिला कॉन्स्टेबल प्रीति और स्वीटी ने अहम भूमिका निभाई। सभी फोन कॉल उनके द्वारा ही किए गए।

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