दिल्ली एनसीआर ही नही देश भर में एच फैलता जा रहा है। इससे बचने के लिए कई उपाय है लेकिन हो जाए तो क्या करें इस बारे में जय हिन्द जनबा ने कई डाक्टरो से बातबीच की है। दरअसल दो-तीन महीनों से इन्फ्लूएंजा वायरस H3N2 के केसों में उछाल दर्ज किया था. अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में इस वायरस की वजह से दो मौत होने की पुष्टि की है।मंत्रालय ने इस मौसमी इन्फ्लूएंजा के मामले मार्च के आखिर तक कम होने की उम्मीद जताई है। इन मामलों की ट्रैकिंग की जा रही और संक्रमण और मौतों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
H3N2 वायरस से 2 लोगों की मौत
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन यानी IMA के मुताबिक इस वायरस से आमतौर पर 15 साल से कम और 50 साल से ज्यादा उम्र के लोग बीमार पड़ रहे हैं। कोमोरबिड पेशेंट यानी एक ऐसा व्यक्ति जो एक ही समय पर एक से अधिक गंभीर बीमारी का शिकार हो जैसे-उसे डायबिटीज और बीपी दोनों की प्रॉब्लम हो। या फिर वो लोग जिन्हें अस्थमा, डायबिटीज, हार्ट प्रॉब्लम, वीक इम्यून और न्यूरोलॉजिकल प्रॉब्लम जैसी कोई एक दिक्कत है उन्हें H3N2 का रिस्क है।
H3N2 वायरस के लक्षण सीजनल कोल्ड और कफ की तरह होते है।
- 1 खांसी
- 2 नाक बहना या नाक बंद होना
- 3 गले में खराश
- 4 सिरदर्द
- 5 शरीर में दर्द
- 6 बुखार
- 7 ठंड लगना
- 8 थकान
- 9 दस्त
- 10 उल्टी
- 11 सांस फूलना
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इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) का मानना है कि इन्फेक्शन के लक्षण पांच से सात दिनों तक बने रह सकते हैं। H3N2 से होने वाला बुखार तीन दिनों में उतर जाता है। लेकिन खांसी तीन हफ्ते से ज्यादा दिनों तक बनी रहती है। वहीं इससे बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतने की जरुरत है जैसे कि आप के आसपास कोई खास रहा है तो उससे उचित दूरी बना ले। धायन रहे कि कोई वायरस से पीड़ित है तो उसका झूठा न खाए और बर्तनों का इस्तेमाल भी धोने के बाद ही करें।