Health News:आजकल ब्रेन स्ट्रोक होना काफी प्रचलित माना जा रहा है। ऐसे में मरीज की जिंदगी को बचाना डॉक्टर के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण हो जाता है लेकिन ग्रेटर नोएडा स्थित फोर्टिस अस्पताल के डॉक्टरों ने सड़क हादसे में घायल हुई महिला की जान बचा दी, जबकि उसके सर में गंभीर चोटे आई थी। डॉ. प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि महिला के मस्तिष्क के बड़े थके निकालने में उन्हें 2 घंटे की कड़ी मेहनत करनी पड़ी। यदि अस्पताल आने में वह देरी करती तो हो सकता है कि उनकी जान बचना नामुमकिन हो जाता। डॉ. प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि दादरी निवासी उषा का इलाज फोर्टिस अस्पताल में ही चल रहा था। अस्पताल से डॉक्टर को दिखाने के बाद वह अपने बेटे के साथ दादरी जा रही थी। इसी दौरान उनकी बाइक डिवाइडर से टकरा गई। जिससे कि उन्हें गंभीर चोटे सर में आई। उनकी आंखों की पुतली में कोई हलचल नहीं थी और मस्तिष्क के दाहिने तरफ एक बड़ा थका आ चुका था। तुरंत निर्णय लिया गया कि महिला का ऑपरेशन किया जाए। करीब 2 घंटे तक न्यूरो सर्जन की टीम ने दिमागी चोट से हुई बीमारी का ऑपरेशन कर डाला। इसमें कुल 6-7 लख रुपए का खर्चा आया है क्योंकि महिला को करीब 24-25 दिन तक अस्पताल में रखना पड़ा है।
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इतना ही नहीं न्यूरोसर्जरी के कंसल्टेंट डॉक्टर प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि महिला को वेंटिलेटर पर भी रखा गया था। धीरे-धीरे ऑपरेशन करने के बाद उनका वेंटीलेटर भी हटा दिया गया। अब महिला पूरी तरह से स्वस्थ है और उनकी छुट्टी की जा रही है। डॉक्टर प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि न्यूरो से संबंधित बीमारियों को लेकर लोगों में जागरूकता कम है। जिस कारण से लोग इसे नजरअंदाज करते हैं लेकिन यह एक स्टेज पर जाकर घातक साबित होती है। इस मौके पर फोर्टिस अस्पताल के फैसिलिटी डायरेक्टर प्रमित मिश्रा, सेल्स एंड मार्केटिंग हेड मोहित सक्सेना डिप्टी मैनेजर मोहम्मद अफान अंसारी, विनीत त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।