Hathras incident: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सिकंदराराऊ थाना अंतर्गत फुलरई मुगलगढ़ी के एक खेत में साकार हरि बाबा का एक दिवसीय सत्संग चल रहा था। वहां पर बच्चों के साथ महिलाएं और पुरुष बाबा का प्रवचन सुन रहे थे। लगभग पौने दो बजे सत्संग खत्म हुआ, बाबा के अनुयायी बाहर सड़क की ओर जाने लगे। इस हादसे के बाद सीएम योगी आदित्यानाथ ने मृतको के परिजनों को दो दो लाख और घायलों को 50 50 हजार रुपये देने की घोषणा की है। साथ ही मौके पर मंत्री लक्ष्मी नायारण, मंत्री संदीप सिंह के अलावा मुख्य सचिव और डीजीपी को जाने के निर्देश दिये है। सब कुछ सही है लेकिन जनमानस में सवाल उठ रहे है कि इस हादसे के लिए जिम्मेदार कौन है? वही इस हादसे की खबर के बाद पीएम मोदी ने दुख जताया। हालाकि हादसे के वक्त पीएम लोकसभा में भाषण दे रहे थे।
वही हादसे की वजह के बारे में बताया जा रहा है कि लगभग 50 हजार की संख्या में अनुयायियों को सेवादारों ने जहां थे, वहीं रोक लिया। सेवादारों ने साकार हरि बाबा के काफिले को वहां से निकाला। उतनी देर तक वहां अनुयायी गर्मी और उमस में खड़े रहे। बाबा के काफिले के जाने के बाद जैसे ही सेवादारों ने अनुयायियों को जाने के लिए कहा, वहां भगदड़ की स्थिति बन गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गर्मी, उमस और भीड़ में दम घुटने से अनुयायी वहीं पर बेहोश होकर गिर गए। बताया जा रहा है कि हादसे में अब तक 130 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने और घायल होने वालों में महिलाओं की संख्या ज्यादा है, साथ ही बच्चों के भी हताहत होने की जानकारी मिल रही है। हादसे के बाद घायलों को सिकंदराराऊ सीएचसी और एटा की ओर एम्बुलेंस से उपचार के लिए भेजा गया।
सिकंदराराऊ में हुए हादसे के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। इमरजेंसी से लेकर पोस्टमार्टम हाउस में स्टाफ को तैनात रहने के निर्देश दिए गए हैं। जिले के अलग-अलग स्थानों से एम्बुलेंस को घटना स्थल के लिए भेजा गया है।