क्या था मामला
इस बारे में जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को इस बारे में शिकायत प्राप्त हुई थी जिसमें शिकायतकर्ता द्वारा बताया गया कि उसके खेतों में सरकारी बिजली लाइन के खंभे लगाए गए हैं। शिकायतकर्ता ने बताया कि इस संबंध में 31 दिसंबर 2024 को रोशन लाल उसके घर आया और उसने स्वयं को जेई बताया। आरोपी ने शिकायतकर्ता को दो चैक दिखाएं जिनकी कुल राशि 2,26,500 रुपये थी और कहा कि ये चैक तुम्हारे हैं, बिजली के खंबे लगाते समय तुम्हारी फसल का जो नुकसान हुआ है उसके मुआवजे के चैक हैं। इस मुआवजे की राशि को उपलब्ध करवाने के लिए रोशन लाल ने शिकायतकर्ता से 62000 रुपये की रिश्वत की मांग की। शिकायतकर्ता द्वारा एसीबी को दी गई जानकारी के आधार पर आरोपी को पकड़ने के लिए योजना बनाई गई जिससे आरोपी रोशन लाल को 57000 की रिश्वत के साथ रंगे हाथों पकड़ने में सफलता मिली। यह पूरी कार्रवाई गवाहों के समक्ष पारदर्शिता के साथ की गई।
हरियाणा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक आलोक मित्तल ने कहा कि भ्रष्टाचारी चाहे कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा और उसके खिलाफ नियम अनुसार कार्यवाही की जाएगी। ब्यूरो द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा। इस मामले में जीरो टॉलरेंस के नीति अपनाते हुए काम किया जाएगा। इस बारे में ब्यूरो के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे गंभीरता से कार्य करें ताकि प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाया जा सके। उन्होंने आमजन से भी अपील करते हुए कहा कि यदि कोई भी अधिकारी अथवा कर्मचारी सरकारी काम करने की एवज में रिश्वत की मांग करता है तो तुरंत इसकी जानकारी हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो के टोल फ्री नंबर -1800-180-2022 तथा 1064 पर देना सुनिश्चित करें।