Haryana News: भूपेंद्र हुड्डा बोले, ये सरकार काम करना नहीं, काम फंसाना और लोगों का ध्यान भटकाना जानती है

Haryana News: चरखी दादरी की नयी अनाज मंडी में आयोजित जनआक्रोश रैली में भारी भीड़ उमड़ पड़ी जिसमें हजारों की तादाद में महिलाएं मौजूद रहीं। भीड़ देखकर उत्साहित नेता प्रतिपक्ष व हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौ. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जनता का ये आक्रोश बता रहा है कि आज हरियाणा की क्या हालत हो गयी है, हम कहां से कहां पहुंच गये। उन्होंने दादरी पर हक जताते हुए कहा कि दादरी का पूरा हक मुझ पर है क्योंकि मेरी रगों में भी यहां का खून दौड़ता है। हुड्डा ने अपनी टीस बताते हुए कहा कि 2014 में यह प्रदेश प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, कानून व्यवस्था में, नौकरी देने में, खेल-खिलाड़ियों में नंबर 1 पर था। लेकिन आज बेरोजगारी, अपराध, महंगाई, नशे, खेल-खिलाड़ियों की बदहाली में नंबर 1 पर है। उन्होंने कहा कि ये सरकार काम करना नहीं काम फंसाना और लोगों का ध्यान भटकाना जानती है। सरकार ने लोगों को परिवार पहचान पत्र, प्रापर्टी आईडी, मेरी फसल मेरा ब्यौरा के झंझट में फंसा दिया। इस सरकार का एक ही काम है गरीब का राशन काटो, बुजुर्गों की पेंशन काटो।

उन्होंने हरियाणा की बदहाल कानून-व्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि विकास के लिए सबसे पहले क़ानून-व्यवस्था ठीक होनी चाहिए। उन्होंने कहा जिस तरह 2005 में हरियाणा से सारे बदमाश भगा दिये उसी तरह मौका मिला तो फिर कानून-व्यवस्था ठीक कर देंगे। हुड्डा ने किसानों की बात करते हुए कहा कि आज किसान को बाजरे की एमएसपी तक नहीं मिलती। 2022 तक किसान की आमदनी दोगुनी करने की बात कहने वालों ने लागत दोगुनी से ज्यादा कर दी। खाद, कीटनाशक का भाव बढ़ा दिया। और तो और खाद का रेट भी बढ़ा दिया, वेट भी घटा दिया। हुड्डा ने बताया कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने किसानों के 1600 करोड़ के बिजली बिल माफ किये थे जिसका सबसे ज्यादा फायदा दादरी को मिला था। 3 लाख 82 हजार गरीब परिवारों को 100-100 गज के मुफ़्त प्लाट दिये। गरीब परिवारों के बच्चों पहली जमात से पढ़ाई के लिये वजीफा दिया। लेकिन गरीब कल्याण की सारी योजयनों को इस सरकार ने बंद कर दिया।

हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस सरकार आने पर बुजुर्गों को 6000 रुपये महीना बुढ़ापा पेंशन देंगे। महिलाओं के लिये रसोई गैस सिलेंडर 500 रुपये में देंगे। डीजल-पेट्रोल पर सरकार ने जो वैट बढ़ाया है उसको ठीक करेंगे ताकि किसान को सही दाम पर डीजल मिले और लोगों को महंगाई से राहत मिले। हर परिवार को 300 यूनिट बिजली मुफ्त देंगे। प्रदेश में 2 लाख सरकारी पद खाली पड़े हैं, इन पर पक्की भर्ती शुरु करायेंगे। 100-100 गज के मुफ्त प्लाट और घर बनाने के लिए सरकारी मदद देने की योजना दोबारा शुरु करेंगे। कर्मचारियों के लिये ओल्ड पेंशन स्कीम, गरीबों के लिये पीला राशन कार्ड, पोर्टलों के झंझट खत्म करेंगे। किसानों को एमएसपी गारंटी देंगे। बैकवर्ड क्लास की क्रीमी लेयर 6 लाख से बढ़ाकर 10 लाख करेंगे। 

संसद की कार्यवाही में शामिल होकर सीधे रैली स्थल पर पहुंचे सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने लोगों से भाजपा-जजपा की साजिशों और षड्यंत्रों से सावधान रहने को कहा। भाजपा वाले साजिश और षड्यंत्र रचने में माहिर हैं। लोकसभा चुनाव में और फिर विधान सभा चुनाव में भी चौकसी ज्यादा रखनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई ऐसी सरकार से है जिसके पास धनबल, सत्ताबल, तंत्रबल और 2 जगह सरकार है। लेकिन, हमारे पास जनता का दिया हौसला है। उन्होंने जनता से पूछा इस सरकार को 10 साल हो गये, सरकार ने दादरी में विकास का कोई बड़ा काम किया? जनता का मान-सम्मान किया? इसका जवाब देते हुए लोगों ने एक स्वर में कहा कि न तो काम किया न जनता का मान-सम्मान किया। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जहां आपके लिये छाती अड़ाने की बात आयेगी हम एक कदम पीछे नहीं हटायेंगे। पीठ पीछे वार का हिसाब-किताब जनता देख लेगी।

उन्होंने प्रदेश को विकास की पटरी से उतार कर देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार, नशे में नंबर 1 बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज हर घर में पढ़ा-लिखा नौजवान बेरोजगार है। कई जिलों के युवा वैध-अवैध तरीके से विदेशों की तरफ पलायन कर रहे। न निजी क्षेत्र में निवेश हुआ न कोई बड़ी परियोजना आयी। प्रदेश में 2 लाख सरकारी पद खाली पड़े हैं। कांग्रेस की हुड्डा सरकार ने अकेले शिक्षा विभाग में 1 लाख भर्ती की लेकिन इस सरकार ने एक भी जेबीटी भर्ती नहीं निकाली।

सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा वो प्रदेश है जहां जय जवान, जय किसान, जय पहलवान, जय नौजवान का नारा गूंजता था। लेकिन इस सरकार ने न तो किसान को छोड़ा न जवान छोड़े। ये सरकार कच्ची भर्ती वाली अग्निपथ योजना ले आई। पहले हरियाणा से हर साल साढ़े 5 हजार की पक्की भर्ती होती थी, पिछले साल केवल सवा 9 सौ अग्निवीर भर्ती हुए जिसमें से 210 ही पक्के होंगे।

अग्निपथ योजना, कौशल निगम के जरिये पक्की सरकारी नौकरियों को कच्चे में बदला जा रहा है। सरकार ने 5 साल तक कोई भर्ती नहीं की बल्कि 30 से ज्यादा भर्ती घोटाले कर दिये गये। एचपीएससी दफ्तरों में खुलेआम रिश्वत पकड़ी गई। इक्का दुक्का कोई छोटी भर्ती लिस्ट आ भी गई तो उसमें हरियाणा से ज्यादा अन्य प्रदेशों के लोगों को जगह मिल रही है। इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि 80 एसडीओ में से 78 बाहर के चयनित हुए। एसडीओ इलेक्ट्रिकल में 99 में से 77 बाहर के, असिस्टेंट प्रोफेसर टेक्निकल की लिस्ट में 156 में से 103 बाहर के चयनित हुए और अब हाल में SDOP लिस्ट में 7 में से 4 पदों पर दूसरे प्रदेश के लोगों की भर्ती कर ली गई।

हरियाणा में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि 2019 के चुनाव में लोगों ने बीजेपी को सत्ता से बाहर करने का मन बना लिया था। लेकिन जेजेपी ने हरियाणा के लोगों के साथ धोखा करके बीजेपी की सरकार बना दी। इनका समझौता 5100 रुपये की बुढ़ापा पेंशन या प्राईवेट नौकरियों में 75 प्रतिशत रिजर्वेशन का नहीं हरियाणा को लूटने का था। इससे बड़ा भ्रष्टाचार का उदाहरण नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने किसान से लेकर महिला पहलवान तक हर वर्ग का अपमान किया। किसान एक साल तक बैठे रहे। हरियाणा की सरकार ने सबसे ज्यादा किसान का अपमान किया। धरने पर बैठे 750 किसानों की जान चली गयी। सरपंच, कर्मचारी, मनरेगा मजदूर, आंगनवाड़ी वर्कर, आशा वर्कर, खिलाड़ी बेटियों का दिल्ली की सड़कों पर घसीटा गया।

इस अवसर पर प्रमुख रूप से पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा, पूर्व स्पीकर अशोक अरोड़ा, विधायक राव दान सिंह, विधायक बीबी बतरा, विधायक गीता भुक्कल, पूर्व मंत्री आनन्द सिंह दांगी, चौ. रणबीर महेन्द्रा, पूर्व मंत्री सुभाष गोयल, रणसिंह मान (पूर्व विधायक),चौधरी सोमबीर (पूर्व विधायक), राव नरेंद्र सिंह (पूर्व मंत्री),धर्मपाल सांगवान (पूर्व विधायक), राव बहादुर सिंह (पूर्व विधायक), अनिता यादव (पूर्व विधायक), संत कुमार(पूर्व विधायक) ,नृपेंद्र सिंह (पूर्व विधायक), रघुबीर सिंह (पूर्व विधायक)शंकर भारद्वाज (पूर्व विधायक), अनिरुध चौधरी, मनीषा सांगवान,अनिल धनखड़,नितिन जांघू, डॉ. धर्मेंद्र ढिल्लो, अमित ढालावास, देवेंद्र आर्य, सुनील सांगवान, , सत्यप्रकाश सांगवान, पवन बवानीवाला, प्रो. वीरेंद्र, जयदीप धनखड़ समेत महिला कांग्रेस, सेवादल, यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई, फ्रन्टल संगठनों, प्रकोष्ठों, विभागों के पदाधिकारी, जिले के वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता और बड़ी तादाद में स्थानीय लोग मौजूद रहे।  

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