Haridwar District Jail: हरिद्वार जिला कारागार में रामलीला मंचन का आयोजन किया जा रहा था। इसी दौरान अलग अलग कैदी अलग अलग भूमिका निभा रहे थे। रामलीला मंचन के दौरान सीता माता का हरण हो गया था। वानर बने कैदी माते माते करते हुए खोज रहे थे। चूंकि बंदर बने थे तो दो बाउंड्री पर चढ़ गए। बस यही मौका मिला और फरार हो गए। हालांकि जेल प्रशासन का तर्क कुछ और ही है। फ़िलहाल दोनों कैदियों की पुलिस तलाश कर रही है। बताया गया है ये दोनों बाल्मिकी गैंग के सदस्य थे और हत्या अपहरण के मामले में बंद थे।
बता दें कि कैदी पंकज निवासी रुड़की और राजकुमार निवासी गोंडा यूपी के हैं, दोनों मौका पाकर जेल से फरार हो गए। पंकज हत्या के मामले में आजीवन कारावास काट रहा था, जबकि राजकुमार विचाराधीन कैदी है। पुलिस दोनों की अब गहनता से तलाश कर रही है। दूसरे तर्क में बताया गया है कि जेल में हाई सिक्योरिटी बैरक का निर्माण कराया जा रहा था। जिसको लेकर एक सीढी लगी थी। जहां से दोनों कैदी फरार हो गए. दोनों कैदियों के फरार होने से जेल प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं पुलिस दोनों कैदियों की तलाश कर रही है।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार बोले
हरिद्वार जिला कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि वे अवकाश पर थे, इसी दौरान कैदी फरार हुए। उन्होंने बताया कि जिला कारागार में हाई सिक्योरिटी बैरक का निर्माण कार्य चल रहा है। ऐसे में सीडी वहां पर रखी रह गई, जिसका फायदा इन दोनों कैदियों ने उठाया और वह जेल से फरार हो गए। फिलहाल मौके पर वरिष्ठ अधिकारी भी पहुंचे हुए हैं और किसकी लापरवाही है इसकी जांच चल रही है।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि रात के समय जब सभी कैदियों को बैरक में बंद किया जाता है, उस समय गिनती की जाती है। गिनती में दो कैदियों की कमी होने का पता चला, जिसके बाद पूरी जेल को खंगाला गया। उसके बाद सीसीटीवी कैमरे को खंगाला गया। वहीं एक कैदी से पूछताछ में पता चला कि यह दोनों कैदी सीढ़ी लगाकर जेल से फरार हो गए हैं।
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