नई दिल्ली। ह्यूमन डेवलपमेंट इंडेक्स में भारत का रैंक 191 देश में 132 है। हमारे बहुत से पडोसी देश ऐसे है, जिन्हें हम कम डेवलप्ड मानते है। लेकिन इस इंडेक्स में वो हमसे आगे है चाहे वो श्रीलंका हो, बांग्लादेश हो या भूटान हो। उन्होंने कहा कि आज हमारे देश में पांच करोड़ लोग बेरोजगार है। अगर स्वास्थ्य सुविधाओं की बात करे तो एक लाख लोगों पर सिर्फ 6 आईसीयू बेड है और हर 10 हजार लोगों पर केवल 5 अस्पताल बेड्स और 8 डॉक्टर उपलब्ध है। ऐसे कई छात्र हैं जो स्कूल जाते हैं लेकिन अंत में स्कूल छोड़ देते हैं क्योंकि उन्हें आर्थिक रूप से अपने परिवार का समर्थन करने की आवश्यकता होती है। यह बातें दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने केजरीवाल सरकार के गुरु गोविन्द सिंह यूनिवर्सिटी के 15 वें दीक्षांत समारोह में कहीं। उन्होंने आगे कहा, “आज मैं आपको ये डेटा तथ्य बता रही हूं क्योंकि इन आंकड़ों को बदलने की जिम्मेदारी आप पर है। आपके पास एक बेहतर भारत बनाने की ताकत, जुनून और दृढ़ संकल्प है। भारत को दुनिया का नंबर एक देश बनाने का जो सपना हमने देखा है, अब उसे पूरा करने की जिम्मेदारी आप पर है।
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दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने मंगलवार को केजरीवाल सरकार के गुरु गोविन्द सिंह यूनिवर्सिटी के 15 वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुई और स्नातक छात्रों को डिग्री देकर सम्मानित किय। दीक्षांत समारोह में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना, नीति आयोग के पूर्व प्रमुख अमिताभ कांत सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
इस मौके पर शिक्षा मंत्री ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि ह्लदीक्षांत समारोह छात्रों, उनके माता-पिता और शिक्षकों के जीवन में सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक है।
उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी को आभारी होना चाहिए कि कई लोगों के विपरीत, आपको अच्छे संस्थान में पढ़ने का अवसर मिला। लेकिन साथ ही यह भी याद रखना चाहिए कि आप ही की उम्र के कई ऐसे छात्र भी होते हैं जो जीवन के इस पड़ाव तक नहीं पहुंच पाते और अपनी शिक्षा पूरी नहीं कर पाते।
आगे शिक्षा मंत्री ने कहा कि देश की आजादी को 75 साल हो गए और इस आजादी के लिए बहुत सारे लोगों ने अपना सर्वश्व न्योछावर कर दिया। उन क्रांतिकारी देशभक्तों के बहुत सारे सपने थे जो आज भी अधूरे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले ही अखबार में एक खबर थी कि मध्यप्रदेश में एक व्यक्ति अपने पत्नी को पीठ पर ढोकर 65 किलोमीटर दूर अस्पताल लेकर गया क्योंकि वहां उसके आसपास डॉक्टर उपलब्ध नहीं है।
उल्लेखनीय है कि इस साल यूनिवर्सिटी द्वारा 28,000 से ज्यादा डिग्रियां सौंपी गई ह। इनमें 149 पीएचडी डिग्री,32 एम्.फिल डिग्री, 3302 पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री, 23690 ग्रेजुएट डिग्री, 521 एमबीबीएस डिग्री, 460 एमडी/एमएस/आयुर्वेद वाचस्पति डिग्री आदि शामिल है। साथ ही आज दीक्षांत समारोह में 87 छात्रों को गोल्ड मैडल से भी सम्मानित किया गया।