प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुजरात के खेड़ा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के शासन के दौरान गुजरात में आतंकवाद चरम पर था। उन्होंने कांग्रेस को जमकर धोया। पीएम ने कहा कि इस दौरान कांग्रेस ने आतंकवाद के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया मगर सर्जिकल स्ट्राइक पर पार्टी ने सवाल जरूर खड़े किए है। सूरत और अहमदाबाद में हुए विस्फोटों में गुजरात के कई बेगुनाह लोगों की मौत हुई।
इस दौरान कांग्रेस की सरकार सत्ता में थी मगर उन्होंने इस मुद्दे पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। हमने केंद्र में आते ही आतंकवाद को निशाना बनाया तो आज वो हमें ही निशाना बनाते है। जब देश में आतंकवाद चरम पर था तब भी कांग्रेस ने इसके खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में आपके एक कीमती वोट से देश से आतंकवाद का खात्मा हुआ है। ये एक बहुत बड़ी पहल थी। आतंकवाद का खात्मा होने से एक बड़ा अंतर भी आया है। देश के शहरों में घुसने की हिमाकत आतंकवादी नहीं कर सकते। आज आलम ये है कि भारत की सीमाओं में घुसने से पहले भी आतंकवादियों को सोचना पड़ता है। दूसरी तरफ कांग्रेस की सरकार है जिसने अपने कार्यकाल में आतंकवाद रोकने के लिए ना ही कदम उठाए बल्कि हमारी सरकार की सर्जिकल स्ट्राइक पर भी जमकर सवाल उठाए है। उन्होंने कहा कि 25 वर्षों तक राज्य के युवाओं ने कभी नहीं देखा कि कर्फ्यू कैसे लगता है। हमारा उद्देश्य है कि जनता को बम विस्फोटों से बचाया जाए। ऐसा सिर्फ भाजपा की डबल इंजन सरकार ही कर सकती है। आतंक को उन्होंने वोट बैंक की राजनीति के लिए भी खतरा बताया है। आतंक का खेल खेलने वालों से गुजरात को बचाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि कुछ दल तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे है। उन्होंने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ दल सत्ता के लिए शॉर्टकट अपनाने से भी बाज नहीं आ रहे है। ऐसे दलों से गुजरात की जनता को सतर्क रहना जरूरी है। मालूम हो कि गुजरात में पीएम ने अब खुद मोर्चा संभाला है। उनकी एक के बाद एक रैलियां होनी है।