Greater Noida West News: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की हाईराइज सोसायटियों में डेंगू का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। क्षेत्र में जलभराव और फॉगिंग की कमी के कारण डेंगू के मच्छरों का प्रजनन बढ़ रहा है, जिससे निवासियों में दहशत का माहौल है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसायटियों में अब तक 75 डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं, जबकि पूरे गौतमबुद्ध नगर जिले में डेंगू मरीजों की संख्या 291 को पार कर गई है।
जलभराव बना डेंगू का प्रमुख कारण
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के कई हिस्सों, विशेष रूप से पी-3 सेक्टर और आसपास की हाईराइज सोसायटियों में जलभराव की समस्या गंभीर है। बारिश के बाद सड़कों, पार्कों और बेसमेंट में जमा पानी मच्छरों के लिए प्रजनन स्थल बन रहा है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि प्राधिकरण और स्थानीय प्रशासन द्वारा जल निकासी की उचित व्यवस्था नहीं की जा रही है। इसके अलावा, नियमित फॉगिंग और सफाई अभियान की कमी ने स्थिति को और बदतर कर दिया है।
फॉगिंग की कमी से बढ़ी मुश्किलें
स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की ओर से फॉगिंग और मच्छरों के नियंत्रण के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। निवासियों का कहना है कि कई सोसायटियों में महीनों से फॉगिंग नहीं हुई, जिसके कारण डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, डेंगू के मच्छर साफ और स्थिर पानी में प्रजनन करते हैं, जो हाईराइज सोसाइटी के गमलों, पानी की टंकियों और बेसमेंट में आसानी से पनप रहे हैं।
लक्षण और बचाव पर विशेषज्ञों की राय
डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, उल्टी, और त्वचा पर लाल चकत्ते शामिल हैं। गंभीर मामलों में डेंगू रक्तस्रावी बुखार या डेंगू शॉक सिंड्रोम का रूप ले सकता है, जो जानलेवा हो सकता है। डॉ. नेहा मिश्रा, मणिपाल अस्पताल, के अनुसार, डेंगू से बचाव के लिए मच्छरों से सुरक्षा, साफ-सफाई, और जलभराव को रोकना बेहद जरूरी है।
प्रशासन की ओर से उठाए जा रहे कदम
स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए कुछ क्षेत्रों में फॉगिंग शुरू करने का दावा किया है। रविन्द्र कुमार यादव, एक स्थानीय अधिकारी, ने बताया कि निजी संस्थानों में एनएस-1 टेस्ट के जरिए डेंगू की पुष्टि की जा रही है और प्रभावित क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। हालांकि, निवासियों का कहना है कि ये प्रयास नाकाफी हैं और तत्काल प्रभावी कदमों की जरूरत है।
निवासियों की मांग और सुझाव
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों ने प्राधिकरण से नियमित फॉगिंग, जल निकासी की बेहतर व्यवस्था, और मच्छरों के प्रजनन स्थलों की सफाई की मांग की है। इसके साथ ही, लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे अपने घरों में पानी जमा न होने दें, मच्छरदानी का उपयोग करें, और पूरी बांह के कपड़े पहनें। डेंगू के लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करने की सलाह दी जा रही है।
निष्कर्ष
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में डेंगू के बढ़ते मामले चिंता का विषय हैं। जलभराव और फॉगिंग की कमी ने इस बीमारी को और गंभीर बना दिया है। स्थानीय प्रशासन और निवासियों को मिलकर इस समस्या से निपटने की जरूरत है, ताकि डेंगू के प्रकोप को नियंत्रित किया जा सके। समय रहते प्रभावी कदम उठाना और जागरूकता फैलाना इस संकट से निपटने का एकमात्र रास्ता है।
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