Greater Noida West News: ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित आम्रपाली सेंचुरियन पार्क टेरेस होम्स के हजारों फ्लैट खरीदार लंबे इंतजार के बाद अपने आशियाने में प्रवेश तो कर चुके हैं, लेकिन मूलभूत सुविधाये ख़ास तौर पर बिजली और पानी साथ ही साथ फ़्लैटों में पानी का रिसाव जैसी समस्याओं ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद NBCC द्वारा परियोजनाओं को पूरा करने के बावजूद, निवासियों को अभी भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
वर्ष 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में हस्तक्षेप किया और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी NBCC को आम्रपाली की अटकी हुई परियोजनाओं को पूरा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई । मार्च 2025 तक सभी आम्रपाली फ्लैट खरीदारों को उनके घर सौंपने का लक्ष्य रखा था। वर्तमान में, कई फ्लैट “रेडी टू मूव” स्थिति में हैं और पुनर्विक्रय के लिए उपलब्ध हैं, और कब्ज़ा पत्र तथा चाबियां सौंपने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है।
वर्तमान में क्या दिक्कतें आ रही हैं?
फ्लैट मिलने के बाद भी, आम्रपाली सेंचुरियन पार्क टेरेस होम्स के निवासियों को कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है:
बुनियादी सुविधाओं का अभाव
बिजली की समस्या
रखरखाव बना बड़ा मुद्दा
सोसाइटी का रखरखाव NBCC या उसकी एजेंसियों के दायरे में नहीं है। एक तदर्थ एसोसिएशन रखरखाव का काम देख रही है, और निवासियों को मासिक रखरखाव शुल्क तथा एकमुश्त कॉर्पस फंड का भुगतान करना होता है।
हाल ही में, आम्रपाली सेंचुरियन पार्क लो राइज और टेरेस होम्स हाई राइज के निवासियों के बीच बच्चों के खेलने को लेकर विवाद की खबरें भी सामने आई थी
अधूरी परियोजनाएं:
अतिरिक्त फ्लैटों का निर्माण: परियोजना में 8,000 अतिरिक्त फ्लैट बनाने की भी योजना है, जिससे भविष्य में निवासियों के लिए सुविधाओं और भीड़भाड़ को लेकर नई चुनौतियां खड़ी हो सकती हैं।
संक्षेप में
आम्रपाली सेंचुरियन पार्क टेरेस होम्स के निवासियों ने अपने घरों के लिए लंबा संघर्ष किया है, और अब जब उन्हें फ्लैट मिल गए हैं, तो वे बुनियादी सुविधाओं और रखरखाव से संबंधित नई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, जिनके समाधान की तत्काल आवश्यकता है।
क्या राज्य सरकार का ध्यान हाउसिंग सोसाइटीयों के निवासियों के तरफ़ भी कभी जाएगा, उनकी मूलभूत जरूरते पूरी करने में नाकामयाब रही राज्य सरकार इनकी आवश्यकता की पूर्ति करा पायेगी?

