Greater Noida: कृषि पोषक फीडरों को कम बिजली देने की घोषणा होते ही किसान संगठन सक्रिय हो गए। आज सूरजपुर स्थित कलेक्ट्रेट पर किसानों ने प्रदर्शन किया किसानों ने कहा कि प्रदेश के अन्दर कृषि में नहरी व्यवस्था के साथ में निजी नलकूप सिंचाई करने के लिए एक महत्वपूर्ण अंग है, जिससे समय पर किसान फसलों को सिंचित कर रहा है। दिनांक 22 मार्च को एक आदेश जारी हुआ, जिसमें कृषि पोषक फीडर से विद्युत समय 10 घंटे से घटाकर 7 घंटे कर दिया गया है, जिसकी सप्लाई 2 भागों में वर्गीकृत कर दी गयी है जो सुबह 5ः15 बजे से 10ः15 बजे तक और दोपहर बाद 4ः00 बजे से शाम 6ः00 बजे तक निर्धारित रहेगी। इतने कम समय में कटौती के साथ में किसान फसलों की सिंचाई समय से नहीं कर पाएगा। दूसरी तरफ गर्मी का मौसम शुरू हो गया है और फसलों में कम समय में सिंचाई करनी पडेगी। 2 भागों में वर्गीकृत यह समय दूरी की सिंचाई को प्रभावित करेगा, जिसका सीधा नुकसान फसलों पर पड़ेगा। किसानों ने कहा कि हमारी मांग है, पुरानी व्यवस्था को ही बहाल किया जाए, ताकि इस गर्मी के मौसम में किसानों को भरपूर पानी के लिए सोचना न पड़े।