Greater Noida: थाना कासना क्षेत्र के अंतर्गत कस्बा कासना में युवक पर फ़ायरिंग मामले में जब पुलिस ने अपनी थ्योरी पुलिस आला अधिकारी और प्रेस के सामने रखी तो उसमें ही संदेह होने लगा। जांच करते-करते पता चला कि इस पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही है। शुरुआत में पुलिस ने कहा कि मौके से कोई खोखा कारतूस बरामद नहीं हुआ है इसलिए यह कहना मुश्किल है कि फायरिंग हुई है, लेकिन अब इस मामले में पुष्टि हो चुकी है कि फायरिंग हुई है और मौके से खोखा कारतूस भी मिला है। ये सब उस वक़्त हुआ जब इस युवक कि दादरी में बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। अब पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने तत्काल प्रभाव से एसीपी और थाना कासना प्रभारी को हटा दिया है।
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बता दे की 16 दिसंबर को बाइक सवार बदमाशों ने कासना कस्बे में सुखपाल नेता नाम के व्यक्ति गोली मारी थी मगर उस वक़्त वह बच गया। जिस पर पुलिस की ओर से कहा गया था कि सुखपाल पुत्र हरपाल निवासी घरबार ने सूचना दी कि मुझे अज्ञात बदमाशों ने गोली मारी है जिस पर पुलिस ने मौके पर जाकर देखा तो फायरिंग का कोई सबूत नहीं मिला।आसपास लोगों से भी पूछा तो गोली चलने की पुख्ता जानकारी नहीं हो पाई। जिस पर पुलिस पूरे घटनाक्रम को संदिग्ध मानने लगी लेकिन दादरी में सुखपाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस पूरे प्रकरण को लेकर जब पुलिस के आला अधिकारियों ने जांच पड़ताल की तो पता चला कि इसमें कासना पुलिस के साथ-साथ एसीपी की लापरवाही है। दोनों को आज सुबह हटा दिया गया है। मालूम होगी गत बृहस्पतिवार को सुखपाल की थाना दादरी क्षेत्र के अंतर्गत रेलवे रोड पर गोली मारकर हत्या की गई।