घटना के विस्तार से पता चलता है कि आयशा, जो दनकौर की रहने वाली हैं, ने राहुल के साथ लंबे समय से प्रेम संबंध रखा था। दोनों ने 8 दिसंबर को दिल्ली स्थित आर्य समाज मंदिर में सात फेरे लिए और विवाह प्रमाण पत्र प्राप्त किया। आयशा ने सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में अपनी मार्कशीट दिखाते हुए दावा किया कि वह 21 वर्ष से अधिक उम्र की हैं और यह विवाह उनकी इच्छा से हुआ है। वीडियो में वह भावुक नजर आ रही हैं और कह रही हैं, “मैं अपनी मर्जी से शादी कर रही हूं। मेरे पिता रईस, चाचा सलीम और अन्य परिजन इस शादी से नाराज हैं। वे मुझे और मेरे पति राहुल को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।” उन्होंने फेरों का वीडियो और अन्य दस्तावेज भी सार्वजनिक किए हैं ताकि उनका दावा सिद्ध हो सके।
यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसमें हजारों व्यूज और शेयर हो चुके हैं। कई यूजर्स ने आयशा के फैसले का समर्थन किया है, जबकि कुछ ने परिवार की मानसिकता पर सवाल उठाए हैं। एक प्रमुख पत्रकार ने अपने पोस्ट में लिखा, “आयशा का फैसला सही है। कितने अरमान से मां-बाप बेटियों को पलते हैं, लेकिन यहां पिता-चाचा नाखुश हैं।” इसी तरह, अन्य न्यूज हैंडल्स जैसे गौतम संदेश और जीबीएन टुडे ने भी इस मामले को कवर किया है, जहां आयशा की सुरक्षा की मांग को प्रमुखता दी गई।
पुलिस की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन दनकौर थाने के सूत्रों के अनुसार, वीडियो वायरल होने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है। आयशा ने स्पष्ट रूप से दनकौर पुलिस और गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर को टैग करते हुए सुरक्षा की अपील की है, ताकि किसी अनहोनी से बचा जा सके। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला उत्तर प्रदेश के विशेष विवाह अधिनियम और अंतरधार्मिक विवाहों से जुड़े कानूनी प्रावधानों के तहत आता है, जहां वयस्क व्यक्तियों की सहमति को प्राथमिकता दी जाती है।
यह घटना समाज में प्रेम विवाहों और अंतरधार्मिक संघों को लेकर चल रही बहस को नई गति दे रही है। आयशा और राहुल की जोड़ी अब न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बनी हुई है। प्रशासन से उम्मीद है कि जल्द ही दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी, ताकि वे बिना डर के अपनी नई जिंदगी शुरू कर सकें।

