ग्रेटर नोएडा । किसान संघर्ष मोर्चा ने आठ मार्च को कलेक्ट्रेट पर महापंचायत का ऐलान किया है। यह निर्णय मंगलवार को मोर्चा से जुड़े किसान संगठनों की हुई बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया। महापंचायत में समस्याओं के समाधान के लिए आगे की रणनीति बनाई जाएगी। गांवों में पंचायत कर लोगों को जागरू किया जाएगा। शासन स्तर पर गठित हाई पावर कमेटी की सिफारिशों को लागू न किए जाने पर रोष व्यक्त किया है। किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ़ रूपेश वर्मा ने कहा कि आंदोलन के बाद 6 जनवरी को किसान संघर्ष मोर्चा के नेताओं की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात हुई थी, जिसमें मुख्यमंत्री ने किसानों की सभी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया था। प्राधिकरण व प्रशासन के अधिकारियों को निर्देशित किया था कि हाई पावर कमेटी की सिफारिश को तुरंत लागू करें। जिलाधिकारी से कई बार कहने के बाद भी हाई पावर कमेटी की सिफारिश पर कोई सकारात्मक बातचीत प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ नहीं हो पाई है। किसान संघर्ष मोर्चा के तीनों घटक संगठन किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर हैं। किसान संघर्ष मोर्चा ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है कि 8 मार्च को कलेक्ट्रेट पर महापंचायत कर समस्याओं के समाधान के लिए आगे की रणनीति बनाएंगे। बता दें कि किसान संगठन आबादी भूखंड, भूमि अधिग्रहण के नए कानून, 10 फीसदी विकसित भूखंड आदि मांगों को लेकर पिछले लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। इन समस्याओं के निस्तारण के लिए ही हाई पावर कमेटी गठित की गई थी।
बैठक में भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर खलीफा, किसान एकता संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोरन प्रधान, जयप्रकाश आर्य, वीर सिंह, कुंवरपाल प्रधान, सतीश यादव, दुर्गेश शर्मा, कृष्ण यादव, भोजराज रावल, प्रवीण चौहान, संदीप चौहान, अशोक भाटी, गुरप्रीत एडवोकेट, गोपी राम,ओमवीर पवार,धर्मेंद्र एडवोकेट आदि उपस्थित रहे।