घटना के बाद सोसायटी प्रशासन ने आवारा कुत्तों के मुद्दे पर बैठक बुलाई, लेकिन बैठक के दौरान मामला और बिगड़ गया। कुत्तों को खाना खिलाने वाले और उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता देने वाले निवासियों के एक पक्ष और कुत्तों से परेशान अन्य निवासियों के दूसरे पक्ष के बीच तीखी बहस शुरू हो गई। देखते ही देखते बहस गाली-गलौज और झड़प में बदल गई, जिससे बैठक में हंगामा मच गया। सोशल मीडिया पर इस हंगामे के वीडियो भी वायरल हो रहे हैं।
निवासियों का कहना है कि सोसायटी में आवारा कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है और ये आए दिन बच्चों व महिलाओं पर हमला करते हैं। हमले में घायल हुईं महिला और उनकी बेटियों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। इस घटना ने एक बार फिर आवारा कुत्तों की समस्या को उजागर कर दिया है, जो न केवल ग्रेटर नोएडा बल्कि पूरे एनसीआर क्षेत्र में गंभीर चुनौती बनी हुई है।
फिलहाल पुलिस को मामले की जानकारी दी गई है और निवासी मांग कर रहे हैं कि सोसायटी से इन कुत्तों को हटाया जाए या नसबंदी कराई जाए। इस मुद्दे पर दोनों पक्षों के बीच गहरे मतभेद हैं—एक पक्ष पशु प्रेमी हैं जो कुत्तों को खिलाने-पिलाने की वकालत करता है, जबकि दूसरा पक्ष सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहा है। आगे की कार्रवाई का इंतजार है।

